13 साल पहले हमला (26/11) कर मुंबई को दहला देने वाला पाकिस्तानी आतंकी कसाब पकड़े जाते ही घबरा गया था। आतंकी हमले में हेमंत करकरे की शहादत के तुरंत बाद महाराष्ट्र एटीएस चीफ की कमान संभालने वाले तत्कालीन एडीजी रेलवे केपी रघुवंशी ने कसाब से कड़ी पूछताछ की थी।
मुजफ्फरनगर के गांव कुटबा-कुटबी के रहने वाले 1980 बैच के सेवानिवृत्त आइपीएस अधिकारी केपी रघुवंशी को 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमले वाले दिन एटीएस चीफ की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। हांलाकि वह 2004 से 2010 (अप्रैल से नवंबर 2008 को छोड़कर) तक एटीएस चीफ रहे। इन दिनों एचपीसीएल व आइपीएल के चीफ सिक्योरिटी एडवाइजर रघुवंशी 13 वर्ष पहले हुए 26/11 के मुंबई आतंकी हमले को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हैं। शुक्रवार-शनिवार की रात दुबई से लौटते ही फोन पर बात हुई तो उन्होंंने अपने शब्दों में 26/11 का किस्सा बयान किया।
एक पत्रकार के फोन से मिली थी हमले की जानकारी
26/11 के हमले के दौरान महाराष्ट्र के एटीएस चीफ बनाए गए तत्कालीन एडीजी रेलवे केपी रघुवंशी बताते हैं कि आतंकी हमले वाले दिन वह कार्यालय में कुछ काम निपटा रहे थे तभी किसी पत्रकार ने फोन पर वीटी स्टेशन पर गोलियां चलने की जानकारी उन्हें दी। बताते हैं कि उन दिनों उन्हें जेड प्लस सिक्योरिटी मिली हुई थी। इसलिए वह 15 मिनट में ही उधर के लिए निकल पड़े।
करकरे के कहने पर केपी ने पहनी थी बुलेटप्रूफ जैकेट
केपी रघुवंशी बताते हैं कि किसी गैंगवार की आशंका में वह आफिस से निकले थे। जैसे ही वह हज हाउस के करीब पहुंचे तो वहां कुछ लोग खड़े थे। सामने से फायरिंग हो रही थी। तभी दादर की और से तत्कालीन एटीएस चीफ हेमंत करकरे भी वहां पहुंच गए। वह फोन पर लगातार व्यस्त थे। इससे पहले कुछ बात हो पाती करकरे के कहने पर एक अधिकारी ने उन्हें बुलेट प्रूफ जैकेट लाकर दी। जिसे उन्होंने पहन ली। बताते हैं कि करकरे फोन पर अधिनस्थों को निर्देशित कर रहे थे तो उन्हें भी वीटी स्टेशन पर हमले की जानकारी मिली। एडीजी रेलवे होने के नाते वह तुरंत ही वीटी स्टेशन के लिए चल दिये।
वीटी स्टेशन पर हुई थी करकरे की शहादत की जानकारी
मुंबई के पूर्व एटीएस चीफ केपी रघुवंशी बताते हैं कि वह वीटी स्टेशन पर पहुंचे थे तो वहां आतंकवादी बड़ा नरसंहार कर चुके थे। कई लोगों के शव पड़े थे। तभी उन्हें जानकारी मिली कि हेमंत करकरे उनके कई साथियों के साथ गोलियां लगने से गंभीर घायल हुए। लेकिन उसके आधा घंटा बाद उनकी शहादत की खबर आई।
करकरे के बाद महाराष्ट्र एटीएस चीफ बनाए गए थे रघुवंशी
आतंकी हमले में शहादत के तुरंत बाद ही एडीजी रेलवे केपी रघुवंशी को एटीएस चीफ का अतिरिक्त चार्ज सौंप दिया गया था। उस समय होटल ताज व ओबेराय तथा वीटी स्टेशन पर आतंकी हमला चल रहा था। रघुवंशी बताते हैं कि उन्होंने तुरंत ही कमान संभाल ली थी। करीब डेढ घंटा बाद ही उन्हें शहीद सब इंस्पेक्टर तुकाराम ओंबले के पाकिस्तानी आतंकी अजमल कसाब को दबोचने की जानकारी मिली थी। जिसके बाद उन्होंने दबाेचे गए आतंकी अजमल कसाब से कड़ी पूछताछ की थी। कहते हैं कि कसाब ने निर्दोष भारतीयों की हत्या की थी, लेकिन दबोचे जाने के बाद वह काफी घबरा गया था।
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