उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। आरोप है कि मसूरी थाना क्षेत्र के डासना फ्लाईओवर पर तैनात ट्रैफिक पुलिस कर्मियों ने चेकिंग के नाम पर 5 व्यापारियों की कार को रोका। 20 हजार रुपए न देने पर कंट्रोल रूम को संदिग्ध बदमाश पकड़े जाने की सूचना दे दी। पुलिस कर्मी व्यापारियों को मसूरी थाना लेकर पहुंचे। FIR दर्ज होने से पहले ही मामला DIG अमित पाठक तक पहुंचा। प्राथमिक जांच में चीफ कांस्टेबल समेत 5 ट्रैफिक पुलिसकर्मी दोषी पाए जाने पर सस्पेंड कर दिया गया।
DIG अमित पाठक ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस के चीफ कांस्टेबल सुधीर सिंह, पराग कुमार, संदीप कुमार, कांस्टेबल टिंकू कुमार और देवेंद्र सिंह को सस्पेंड किया गया है। इसके अलावा ट्रैफिक इंस्पेक्टर परमहंस तिवारी पर 30 दिन का अर्थदंड लगाया गया है। माना जा रहा है कि इन पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच के बाद मुकदमा भी दर्ज हो सकता है।
गढ़मुक्तेवर के व्यापारी जा रहे थे दिल्ली, चेकिंग के नाम पर रोकी कार
दरअसल, बीती 11 जुलाई की सुबह हापुड़ जिले स्थित गढ़मुक्तेवर निवासी रेडीमेड कपड़ा व्यापारी नाजिम, शाकिब, साहिक, कासिम और ताबिश कपड़ा खरीदने के लिए कार से दिल्ली जा रहे थे। राष्ट्रीय राजमार्ग-9 पर डासना फ्लाईओवर के पास ट्रैफिक पुलिस ने चेकिंग के नाम पर कार को रोक लिया। व्यापारी नाजिम के बैग में रखे 2.32 लाख रुपए को अवैध बताते हुए जेल भेजने की धमकी दी।
गलत सूचना देकर व्यापारियों को थाने भिजवाया
मामला रफा-दफा करने के नाम पर पुलिसकर्मियों ने व्यापारियों से 20 हजार रुपए मांगे। रकम न देने पर पुलिसकर्मियों ने कार सवारों के संदिग्ध बदमाश होने की सूचना कंट्रोल रूम को दे दी। मसूरी पुलिस उन्हें थाने पर ले आई। FIR दर्ज होने से पहले ही मामला DIG अमित पाठक के संज्ञान में आ गया। इसके बाद पुलिसकर्मी प्राथमिक जांच में दोषी पाए गए। जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।
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