उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की हत्या के मामले में आरोपी आईपीएस मणिलाल पाटीदार का अब तक पुलिस कोई सुराग नहीं लगा सकी है। वहीं, बुधवार को वाराणसी जोन के आईजी विजय सिंह मीणा की अगुवाई में एसआईटी महोबा पहुंची। टीम ने घटनास्थल का दौरा किया। पुलिसकर्मियों से पूछताछ की गई है। व्यापारी की हत्या के मामले में आईपीएस मणिलाल पाटीदार पर केस दर्ज है। वहीं, रिश्वतखोरी का प्रकरण सामने आने के बाद गृह विभाग ने उन्हें निलंबित कर दिया था।
मौत से पहले व्यापारी ने वीडियो वायरल कर जताया था जान का खतरा
कबरई के रहने वाले व्यापारी इंद्रकांत ने सात सितंबर को वीडियो वायरल कर कहा था कि उनकी जान को खतरा है और अगर उन्हें कुछ होता है तो महोबा के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार ही जिम्मेदार होंगे। उन्हें लगातार मारने की धमकियां मिल रही थीं। अगली सुबह 8 सितंबर को इंद्रकांत अपनी कार में घायल मिले थे। 13 सितंबर को कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में इलाज के दौरान इंद्रकांत की मौत हो गई। इस प्रकरण में पहले मणिलाल पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया था। लेकिन मौत के बाद हत्या में बदल दिया गया। वहीं, सीएम योगी ने प्रकरण की जांच के लिए एसआईटी गठित की थी। एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट तलब की गई है।
कार का निरीक्षण किया, मातहतों से पूछताछ जारी
बुधवार को आईजी जोन वाराणसी विजय सिंह मीणा की अगुवाई में डीआईजी शलभ माथुर, आईपीएस अशोक कुमार त्रिपाठी ने मामले से जुड़े हर व्यक्ति से पूछताछ का सिलसिला भी शुरू कर दिया है। साथ ही थाने में खड़ी मृतक व्यापारी की ऑडी कार का भी निरीक्षण किया। व्यापारी को गोली कैसे लगी? किसने मारी? इसको लेकर बारीकी से जांच हो रही है। प्रदेश के डीजीपी की भी नजर इस मामले में बनी हुई है। कबरई थाने में तैनात मातहतों से भी टीम द्वारा पूछताछ चल रही है।
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