गोरखपुर में पुलिस ने इमाम को पीटा:पुलिस बोली- लॉकडाउन तोड़ा; इमाम ने कहा-योगी को बदनाम करने के लिए जानबूझकर की मारपीट; 2 घंटे में दरोगा सस्पेंड

गोरखपुर2 वर्ष पहले
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गुस्साए लोगों ने दरोगा और सिपाही को घेर लिया। बाद में एसपी से मामले की शिकायत की। - Dainik Bhaskar
गुस्साए लोगों ने दरोगा और सिपाही को घेर लिया। बाद में एसपी से मामले की शिकायत की।

गोरखपुर में दो दिन पहले कोविड संक्रमित गुलहरिया इंस्पेक्टर द्वारा चौकीदार को पीटने का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि मंगलवार को फिर बवाल मच गया। मस्जिद में दो बच्चों को कुरान पढ़ाकर निकल रहे इमाम की दरोगा ने बुरी तरह पिटाई कर दी। आरोप है कि दरोगा ने बुजुर्ग इमाम को सिर्फ बुरी तरह पीटा ही नहीं, बल्कि उनके कपड़े भी फाड़ दिए और फिर अपनी सर्विस रिवाल्वर भी उन पर तान दी।

इसकी सूचना मिलते ही मोहल्ले के लोगों का गुस्सा फुट पड़ा। लोगों ने दरोगा सहित उसके साथ के सिपाही को भी पकड़ लिया। नाराज लोगों ने तत्काल आरोपी दरोगा के खिलाफ केस दर्ज करने और उसे तत्काल निलंबित करने की मांग शुरू कर दी। दो घंटे बाद एसएसपी ने दरोगा को सस्पेंड करने के आदेश दे दिए।

शाम करीब 3.30 बजे इमाम नमाज पढ़ाकर मस्जिद से निकल रहे थे कि इस बीच चौकी इंचार्ज अरुण सिंह अपने हमराही सिपाही के साथ इलाके में पहुंचे। वहां आसपास खड़े लोगों की पिटाई शुरू कर दी। इस बीच इमाम मोहम्मद हाशिम और मस्जिद में अजान देने वाले मौलवी मस्जिद की सीढ़ियों से उतर ही रहे थे कि चौकी इंचार्ज वहां पहुंच गए। आरोप है कि दरोगा इमाम और मौलवी को गाली देने लगे कि लॉकडाउन में तुम लोग यहां क्या कर रहे हो।

इमाम द्वारा गाली और अपशब्दों के प्रयोग का विरोध करने पर दरोगा भड़क गया और इमाम की पिटाई शुरू कर दी। वहीं, मस्जिद के मौलवी यह सबकुछ देख मस्जिद में जाकर छिप गए। दरोगा की यह करतूत देख आसपास के लोग वहां जुट गए। खुद को भीड़ से घिरता देख पहले तो दरोगा और सिपाही ने वहां से भागने की कोशिश की, लेकिन काफी अधिक संख्या में लोगों ने उन्हें पकड़ लिया और इसकी सूचना पुलिस के आला अधिकारियों को दी।

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