दोपहर का समय था। प्रियंका गांधी, राहुल को लेकर यूथ मेनिफेस्टो लॉन्च करने आईं थीं। किसी ने कहा, "दीदी यूपी चुनाव के लिए कांग्रेस का मुख्यमंत्री उम्मीदवार कौन होगा? उनका जवाब था, "आपको मेरे अलावा वहां कोई और चेहरा दिखता है क्या?"
लगा कि चलो पांच साल बाद सही। पोस्टर फटा, और निकली प्रियंका। प्रशांत किशोर घूम-घूम के कहते हैं, 'मैंने 2017 में कहा था कि प्रियंका को सीएम कैंडिडेट घोषित करो। लेकिन राहुल ने सपा से हाथ मिला लिया।'
इसलिए शाम होते-होते भास्कर पहुंचा प्रियंका के पास। हमने फिर पूछा- सही बताइए। सच में सीएम के मूड में हैं। तब पलट गईं। कहने लगीं, "इसका मतलब नेतृत्व से था, न कि मुख्यमंत्री की उम्मीदवारी से।" चलिए ये भी ठीक है। नेतृत्व कम से कम आपके हाथ में है।
बहरहाल, छोड़िए। ये स्टोरी राजनीति बतियाने की नहीं है। ये सब बकैती तो सिर्फ आज के चुनावी पोस्टर तक आपको पहुंचाने के लिए थी। आप समझ ही गए होंगे।
... शेष वही हमारा दिव्य ज्ञान
देखिए और हंसिए। मजा आया तो वही मजा दोस्तों से शेयर भी कीजिए। मजा नहीं आया तो भी हमें बताइए। कैसे? तो ये लीजिए हमारा पूरा पता-
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.