जन्मजात कटे-फटे होठों और अन्य विकृतियों से जूझ रहे बच्चों के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) वरदान सिद्ध हो रहा है। आरबीएसके के जरिए हजारों बच्चों की न केवल विकृति दूर हुई है, बल्कि उनके आत्म-विश्वास में बढ़ोत्तरी होने से एक अच्छे भविष्य की आस जगी है।
ऐसे ही विकृतियों से पीड़ित 6 बच्चे बुधवार को जिला चिकित्सालय से जयपुर के निजी अस्पताल में इलाज के लिए रैफर किए गए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ वीडी मीना, बीसीएमओ डाॅ जगदीप खराड़ी एवं एडीएनओ डाॅ चंद्रपाल महावर आयुष चिकित्सक डाॅ रईस अहमद ने हरी झण्डी दिखाकर बच्चों को इलाज के लिए रवाना किया। सीएमएचओ डाॅ वीडी मीना ने बताया कि 6 बच्चे पीपलखूंट और प्रतापगढ़ खण्ड से सर्जरी के लिए चिन्हित किए गए थे।
उन्होंने कहा कि कई बच्चों के अभिभावक ऐसे है, जो निजी अस्पताल के महंगे इलाज का खर्च नहीं उठा पाते, ऐसे में आरबीएसके टीम द्वारा स्कूल और आंगनबाड़ी में जाकर ऐसे इलाज के लिए जरूरतमंद बच्चों की पहचान और स्क्रीनिंग कर जिला मुख्यालय प्रतापगढ़ के लिए लाए थे। जहां से सर्जरी के लिए इन्हें जयपुर अभिभावकों के साथ भेजा गया। निशुल्क सर्जरी कराने के साथ ही उनके आने-जाने, रहने, खाने-पीने और दवा का खर्च भी उठाया जाएगा।
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