कोराना महामारी की पहली और दूसरी लहर के बाद अब तीसरी में भी बच्चों में कोरोना का असर दिख रहा है। प्रयागराज में लगातार बढ़ रहे मरीजों के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। इन आंकड़ों में सिर्फ बड़े ही नहीं शामिल हैं बल्कि बच्चे भी हैं जो लगातार कोरोना की जद में हैं। हां, इतना जरूर है कि तीसरी लहर का यह कोरोना बच्चों के लिए जानलेवा साबित नहीं हो रहा है। प्रयागराज में अब तक कोरोना के करीब 2000 सक्रिय केस मिल चुके हैं जिसमें ज्यादतार होम आइसोलेशन में ही हैं।
इन बच्चों में नहीं है कोई लक्षण
प्रयागराज में अब तक करीब दो दर्जन बच्चों में कोरोना का संक्रमण मिला है। अच्छी बात यह है कि इसमें एक भी बच्चा ऐसा नहीं है जिसमें कोई लक्षण हो। यही कारण कि सभी बच्चों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव होने के बावजूद वह सुरक्षित और स्वस्थ हैं। इन्हें अस्पताल में भी नहीं भर्ती कराया गया है और यह घर में ही रहकर कोरोना को मात दे रहे हैं।
लेवल टू के बेली कोविड अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रशांत पांडेय ने बताया कि तीसरी लहर में बच्चे संक्रमित तो मिल रहे हैं लेकिन उनमें खतरा ज्यादा नहीं है। यह बच्चे जल्द ही ठीक भी हो जा रहे हैं। बच्चों के लिए अलग पीकू वार्ड बनाया गया है लेकिन इनमें कोई बच्चा भर्ती नहीं है। बच्चों में कोरोना से लड़ने की क्षमता है इसलिए वह इसे महामारी को मात दे रहे हैं।
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