2001 में रिलीज हुई वॉलीवुड की फ़िल्म नायक आपने जरूर देखी होगी। इस फिल्म में अभिनेता अनिल कपूर एक दिन के मुख्यमंत्री बने थे।
नायक फिल्म में अनिल कपूर एक ही दिन में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी करवाई की थी। पूरा सिस्टम बदल डाला था। अनिल कपूर की इसी फिल्म से प्रेरित होकर मथुरा के प्रकाश चन्द्र अग्रवाल प्रयागराज में अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ गए हैं। उनकी मांग है कि उन्हें एक दिन का मुख्यमंत्री बनाया जाये, जिससे वो पूरा भ्रष्ट सिस्टम बदल सकें।
एक दिन के कार्यकाल का एजेंडा भी तय
प्रकाश चंद्र अग्रवाल मथुरा के रहने वाले हैं और किताब बेचकर अपना जीवन यापन करते हैं। जब उनसे दैनिक भास्कर ने सवाल किया कि आप एक दिन के मुख्यमंत्री क्यों बनना चाहते हैं तो बोले मैं इस प्रदेश से भ्रष्टाचार खत्म करना चाहता हूं। उन्होंने अपने एक दिन के कार्यकाल का पूरा एजेंडा भी डिस्कस किया।
उनका कहना है कि वो भ्रष्ट अधिकारियों को चिन्हित कर उनका डिमोशन करेंगे। उनके खिलाफ सख़्त करवाई कर उनका डिमोशन करेंगे। उनका दावा है कि अगर उन्हें एक दिन का मुख्यमंत्री बना दिया जाए तो प्रदेश में व्याप्त भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म कर देंगे।
इनके बस का नहीं है तो हमें बताएं हम सुधार देंगे सिस्टम
प्रकाश चंद्र अग्रवाल का कहना है कि शासन में बैठे जो सीनियर आईएएस है वह प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री तक की नहीं सुनते हैं। मुख्य सचिव तक स्तर के अधिकारी भी ईमेल प्रत्यावेदन का जवाब नहीं देते हैं। उनका कहना है कि उन्होंने भ्रष्टाचार को लेकर शासन को बहुत सारी चिट्ठियां लिखी है लेकिन एक भी चिट्ठी का जवाब नहीं आया। उनका कहना है कि मैंने भ्रष्टाचार के खिलाफ पिछले 30 वर्षों से आंदोलन किया है और मैं जानता हूं कि भ्रष्टाचार की जड़ें बहुत गहरी हैं और इसे खत्म करना इतना आसान नहीं है। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव कुछ नहीं करते हैं। मुख्य सचिव और ज्वाइंट सेक्रेट्री जैसे अधिकारी जो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं उनको हम डिमोशन करेंगे।
उच्च न्यायालय में जजों के पद खाली हैं…कहां से मिलेगा न्याय?
प्रकाश चंद अग्रवाल का कहना है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट जितेन न्याय का मंदिर कहा जाता है और पूरे प्रदेश से लोग यह न्याय की उम्मीद लेकर आते हैं यहां सालों से मुकदमे लंबित हैं। इसका सबसे बड़ा कारण जजों का बड़ी संख्या में पद खाली होना है। मैं पूछना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री इन खाली पदों को क्यों नहीं भरते हैं? खाली पदों को भरने में क्या दिक्कत है? क्या सरकार के पास पैसा नहीं है? इन सब बातों का जवाब कौन देगा?
सरकार के आदेश का पालन नीचे स्तर पर नहीं होगा
प्रकाश चंद अग्रवाल का कहना है कि सरकार के आदेश का पालन निचले स्तर के अधिकारी नहीं करते हैं। इससे आम जनता को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है। मुझे इन सब बातों का बहुत ही दुख है। इसीलिए मैं 1 दिन का मुख्यमंत्री बनकर पूरे सिस्टम में आमूलचूल परिवर्तन लाकर भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करना चाहता हूं ।
ज्ञातव्य है कि एक दिन का मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग को लेकर प्रकाश चंद्र अग्रवाल प्रयागराज में धरने पर बैठे हैं। राष्ट्रपति प्रधानमंत्री, गवर्नर और सीएम को प्रत्यावेदन भेजा है। प्रकाश चंद्र अग्रवाल से जब यह कहा गया कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तो अच्छा काम कर रहे हैं और यूपी में कानून व्यवस्था की स्थिति भी अच्छी है तो उन्होंने कहा कि सीएम योगी के कामकाज और उनकी मंशा पर कोई सवाल नहीं है, लेकिन शासन के जो अधिकारी हैं वे उनके आदेशों का पालन नहीं कर रहे हैं। इसलिए अधिकारियों को सजा के तौर पर वे उनका डिमोशन करेंगे। प्रकाश चंद्र अग्रवाल के एजेंडे में कुछ और भी मामले हैं।
कई लोगों को कानूनी लड़ाई लड़कर दिला चुके हैं न्याय
प्रकाश चंद्र अग्रवाल पुस्तक विक्रेता हैं। इसके अलावा समाजसेवा भी करते हैं। कई मामलों में कानूनी लड़ाई लड़कर अब तक प्रकाश जी लोगों को न्याय दिला चुके हैं। इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल कई जनहित याचिकाओं में इन पर्सन बहस भी कर चुके हैं।
प्रयागराज के पत्थर गिरिजाघर पर बने धरना स्थल पर धरना दे रहे प्रकाश चंद्र अग्रवाल ने अपने पीछे एक बैनर लगा रखा है। उसमें उन्होंने अपनी प्रमुख मांगे लिख रखी हैं। हालांकि प्रकाश चंद्र अग्रवाल को देखकर कई लोग उनकी बातों को मजाक में भी लेते हैं और उन्हें सिरफिरा या दिमागी तौर पर कमजोर भी कहते हैं। इन सबके बीच प्रकाश का कहना है कि उनके बारे में जिसे जो सोचना हो सोचता रहे। उनकी मांगे जायज हैं और संवैधानिक रूप से यह प्रावधान है कि एक दिन का मुख्यमंत्री उन्हें बनाया जा सकता है। यदि उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया गया तो निश्चित तौर पर सभी समस्याओं और भ्रष्टाचार को वे जड़ से खत्म कर देंगे।
ये हैं एजेंडे के अन्य मुख्य बिंदु
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