प्रयागराज के नैनी स्टेशन के मौजूदा इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम के साथ इंटरलॉक करने का कार्य पूरा कर लिया गया है। छिवकी-नैनी खंड के 1.45 किमी. सेक्शन पर तीसरी लाइन की सौगात मिली है। इस कार्य के साथ रूट की संख्या 82 से बढ़कर 87 हो गई है। इसके लिए नैनी यार्ड का रिमॉडलिंग किया गया जिसमें तीन डायमंड क्रासिंग को हटाकर 12 क्रॉसओवर जोड़े गए। अब नैनी जंक्शन के डाउन लूप लाइन में खड़ी गाड़ी छिवकी के डाउन लूप लाइन में सीधे जा सकेगी जिससे डाउन मेन लाइन से चलने वाली गाड़ियां प्रभावित नहीं होगी और अप मेन लाइन से सीधे एक्सटेंडेड लूप लाइन में गाड़ी को रखा जा सकेगा। इससे पीछे आने वाली अपलाइन की मेल एक्सप्रेस गाड़ियां प्रभावित नहीं होंगी।
प्वाइंट फेल होने की संभावना कम रहेगी
पीआरओ अमित कुमार सिंह ने बताया कि डायमंड प्वाइंट हट जाने से प्वाइंट मेंटेनेंस आसान हो गया है जिससे प्वाइंट फेल होने की संभावना कम हो गई है। अप एंड डाउन लाइन में टीडब्ल्यूएस टर्नआउट लग जाने से रेलगाड़ियों की एवरेज स्पीड में बढ़ोतरी होगी। इस कार्य से इस खंड पर चलने वाली मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों के समय पालन में सुधार आएगा। इस व्यस्ततम खंड पर तीसरी लाइन की आवश्यकता काफी पहले से महसूस की जा रही थी जिसे इस वर्ष माघ मेला के समय में पूरा कर लिया गया है। सिग्नल विभाग द्वारा किए गए इंटरलॉकिंग कार्य से रेलगाड़ियों के समय पालन में काफी सुधार आएगा तथा मालगाड़ियों के एवरेज स्पीड में भी बढ़ोतरी हो सकेगी।
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