प्रयागराज के सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर कम मरीजों के भर्ती होने की जानकारी पर कमिश्नर संजय गाेयल ने प्रयागराज के CMO (मुख्य चिकित्सा अधिकारी) डॉ. नानक सरन से स्पष्टीकरण मांगा है। इतना ही नहीं कमिश्नर की ओर से यह भी चेतावनी दी गई है कि यदि इसमें सुधार नहीं हुआ तो जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कमिश्नर गुरुवार की रात निर्माण कार्यों तथा चिकित्सा एवं बाल विकास की सेक्टोरल बैठक में शामिल हुए थे।
30 दिन में सिर्फ 1231 मरीज भर्ती हुए सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर
कमिश्नर ने जब सीएमओ से पिछले माह यानी नवंबर माह की जानकारी ली तो पता चला कि 30 दिन जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर महज 1231 मरीजों को ही भर्ती किया गया है। इस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की। कहा कि हमारे पास 21 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं इसके बावजूद यह स्थिति खराब है। स्वास्थ्य केंद्रों पर ज्यादा से ज्यादा मरीजों को लाभ मिलना चाहिए।
बोले, स्वास्थ्य केंद्रों पर समय नहीं दे रहे हैं चिकित्सक
स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना यानी आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत बन रहे गोल्डन कार्ड से लाभान्वित हो रहे व्यक्तियों की भी कम संख्या पर मंडलायुक्त ने खासी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर नियुक्त चिकित्सक अपेक्षा के अनुरूप ड्यूटी नहीं कर रहे हैं एवं केंद्रों पर पूरा समय नहीं दे रहे हैं जिससे कि मरीजों को वापस लौटा दिया जाता है।
खुद करेंगे निरीक्षण, अनुपस्थित चिकित्सक होंगे निलंबित
कमिश्नन संजय गोयल ने एडिशनल डायरेक्टर, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा तथा मंडल के सभी जनपदों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को स्वास्थ्य केंद्रों का स्वयं औचक निरीक्षण करने की भी बात कही। उन्होंने कहा उनके निरीक्षण के दौरान यदि कोई चिकित्सक अपने केंद्र में अनुपस्थित पाया जाता है तो उसके विरुद्ध निलंबन की कार्यवाही की जाएगी।
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