सीढ़ी विहीन व कच्चे गंगा घाटों सूरत बदलने की कवायद तेज हो गई है। नगर पंचायत अध्यक्ष पंडित बृजेश दत्त गौड़ ने गंगा बदहाल घाटों से हो रही समस्या से राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह को अवगत कराया था। बीते 23 अप्रैल को आयोजित समीक्षा बैठक में उद्यान, कृषि विपणन कृषि विदेश व्यापार तथा कृषि निर्यात राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने गंगा घाटों की बदहाली दूर कराने के लिए संयुक्त जांच आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे। संयुक्त जांच टीम में प्रभागीय निदेशक वन प्रभाग रायबरेली, अधिशाषी अभियंता खंड दक्षिणी नहर , अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत डलमऊ जांच आख्या मुख्य विकास अधिकारी को प्रेषित कर दी है।
ये होने हैं काम
पथवारी देवी घाट से दीन शाह गौरा घाट के मध्य सीढ़ियों का निर्माण अनुमानित लागत 3 करोड, नागेश्वर मंदिर किला घाट पर सीढ़ी युक्त नव निर्माण अनुमानित लागत 5 करोड़, महावीरन घाट से श्मशान घाट दूरी तकरीबन 900 मीटर के मध्य सौंदर्यीकरण व घाटों के नव निर्माण की अनुमानित लागत 30 करोड़ रुपये का प्रस्ताव संयुक्त जांच टीम ने स्थलीय निरीक्षण कर मुख्य विकास अधिकारी को भेजा है।
चेयरमैन बोले
डलमऊ नगर पंचायत अध्यक्ष पंडित बृजेश गौड़ ने बताया कि डलमऊ के घाटों की बदहाली को दूर कराने को लेकर प्रदेश सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह से मुलाकात कर मांग की गई थी, समीक्षा बैठक में दिनेश प्रताप सिंह ने गंगा के घाटों को दुरुस्त कराने के लिए निर्देश दिए थे मंत्री के निर्देश के क्रम में तीन सदस्यीय संयुक्त टीम गठित कर जांच रिपोर्ट मांगी गई थी जांच रिपोर्ट संयुक्त टीम ने भेजी है जिसमें कच्चे घाटों का नवनिर्माण वह नमामि गंगे योजना के तहत बनाए गए घाटों में सीढ़ियों का निर्माण शामिल है। डलमऊ प्राचीन धार्मिक व ऐतिहासिक नगर है इसे पर्यटन स्थल घोषित कराने के लिए प्रदेश सरकार में उद्यान एवं कृषि विपणन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह ने आश्वासन दिया है । डलमऊ को पर्यटन के नक्शे पर लाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
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