सहारनपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने ग्राम छिदबना में 250 साल पुराने पीपल के पेड़ को कब्जा मुक्त कराने को लेकर हकीकतनगर धरना स्थल पर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने एक धर्म विशेष के युवक पर पेड़ के चारों तरफ दीवार बनाकर उस पर गलत तरीके से कब्जा करने का आरोप लगाया। उन्होंने जिलाधिकारी अखिलेश सिंह को ज्ञापन सौंपकर पीपल के पेड़ को जल्द से कब्जा मुक्त कराने की मांग की।
पूजा से रोकने का आरोप
बजरंग दल के महानगर संयोजक सागर भारद्वाज का कहना है कि पीपल का पेड़ छिरबना सदर तहसील में पड़ता है। पीपल का पेड़ 250 साल पुराना है। लोग इसकी पूजा करते हैं। उनका आरोप है कि गांव के ही एक मुसलमान ने पेड़ के चारों तरफ दीवार उठाकर उस पर अपना कब्जा जमा लिया है।
इस वजह से वहां पर हिन्दू समाज के लोग पूजा करने नहीं जा पा रहे हैं। उन्होंने जिलाधिकारी अखिलेश सिंह को ज्ञापन सौंप कर पीपल के पेड़ को कब्जा मुक्त कराने और धर्मिक स्थलों और स्कूलों के पास से मदिरा की दुकानें हटवाने की मांग की है।
आस्था को नहीं पहुंचा सकते नुकसान
मुस्लिम समाज के लोगों का कहना है कि पेड़ मुस्लिम व्यक्ति की जमीन में आता है। लेकिन ग्रामीणों की आस्था से जुड़े होने के कारण बजरंग दल जान बुझकर मामले में कूद पड़ा है। उनका कहना है कि हम किसी की आस्था को चोट नहीं पहुंचाना चाहते हैं। अगर ग्रामीणों की आस्था पेड़ से जुड़ी है। तो वह शाम को दो घंटे गेट खोल देंगे और हिंदू धर्म के लोग पूजा-अर्चना कर सकते हैं। लेकिन बजरंग दल के कार्यकर्ता जमीन की पैमाइश कराकर पेड़ को कब्जामुक्त कराने की मांग पर अड़े हुए हैं।
पटवारी और तहसीलदार पर लगाया आरोप बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पटवारी व तहसीलदार मौके पर जाते हैं और दूसरे पक्ष के द्वारा जमीन की पैमाइश करने का विरोध करने पर वापस लौट आते हैं। उनका कहना है कि एसडीएम सदर की रिपोर्ट में धार्मिक स्थल वर्षों पुराना बताया जा रहा है। बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने डीएम को ज्ञापन सौंपकर 10 दिनों में पीपल के पेड़ को कब्जामुक्त कराने की मांग की है।
ये लोग रहे मौजूद
कपिल मोहड़ा, सागर भारद्वाज, अनुज, हरीश, दीपक जानखेड़ा, साहिल, आवेश त्यागी, दिव्यांश पंड़ित, कमल शर्मा, बसंत, बालिस्टर, सागर, कुश त्यागी, मनीष, आदित्य, अनिल व दिव्यांश कश्यप आदि लोग प्रदर्शन में शामिल हुए।
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