'विरासत' यूनिवर्सिटी हेरीटेज रिसर्च सेंटर, शोभित विश्वविद्यालय गंगोह 'सांझी' प्रतियोगिता करा रहा है। 'सांझी' पश्चिमी यूपी की लोककला है। लोक परंपरा के अनुसार तालाब से मिट्टी लाकर अपने हाथों से 'सांझी' को बनाकर गोबर से दीवार पर चिपकाते हैं। हमारा प्रयास इसी लोक परंपरा को प्रोत्साहित करना है। 'सांझी' प्रतियोगिता में शामिल होकर लोक कला को बचाने में सहभागिता निभाएं। यह कहना है इतिहासकार राजीव उपाध्याय का।
अच्छा 'सांझी' बनाने वाले होंगे सम्मानित
संयोजक समन्वयक, विरासत यूनिवर्सिटी हेरीटेज रिसर्च सेंटर, शोभित विश्वविद्यालय, गंगोह, राजीव उपाध्याय 'यायावर' के बताया कि उत्कृष्ट सांझी बनाने वाले प्रतिभागियों को एक प्रथम, दो द्वितीय, दो तृतीय और पांच सांत्वना पुरस्कार दिए जाएंगे।
यह है प्रतियोगिता में शामिल होने के नियम
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.