संतकबीर नगर में बोले स्वामी प्रसाद मौर्य:हम अपने बयानों पर क़ायम हैं, कहा, पाखंड फैलाने वाले बाबाओं को जेल में डालना चाहिए

संतकबीर नगर2 महीने पहले
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संतकबीरनगर में एक निजी मैरिज हाल में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि वे दो दिन पहले दिए गए अपने बयानों पर क़ायम हैं। कहा कि हमने रामायण पर टीका-टिप्पणी नहीं की। हमने भगवान, धर्म और राम पर टिप्पणी नहीं की। बस रामचरितमानस की उन चौपाइयों पर टिप्पणी की, जिसमें चतुर्वर्ण के चौथे पायदान पर खड़े शूद्र समाज को अपमानित किया गया है।

बागेश्वरधाम के स्वामी धीरेंद्र शास्त्री पर कसा तंज

सपा से विधान परिषद सदस्य स्वामी प्रसाद मौर्य ने तंज कसते हुए कहा कि देश में अंधविश्वास और पाखंड फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई कर जेल में डालना चाहिए। कहा कि अभी तो निर्मल बाबा की कृपा होती थी, लेकिन अब एक और बाबा की कृपा होने लगी। ऐसे ही सब कृपा हो जाए, तो सरकार को देश के सभी मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, सीएचसी और प्राइवेट अस्पताल बंद कर देना चाहिए। सारे लोगों की दवाएं यहीं बाबाओं के यहां से जाएगी, काहे को अरबों--खरबों की संपत्ति बजट पर खर्च करते हैं।

संतकबीरनगर में जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में मौजूद महिलाएं।
संतकबीरनगर में जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में मौजूद महिलाएं।

चित्रकूट के तुलसी पीठाधीश्वर स्वामी जगतगुरु रामभद्राचार्य के बयान पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि जिनकी मत पहले से ही भ्रष्ट हो हम उनको कुछ नहीं कह सकते, जब जो भगवान बुद्ध को नहीं मान सकता तो हमारी बात क्या मानेगा। इस दौरान आयोजक नाई महासभा के प्रदेश अध्यक्ष राम भवन शर्मा ने फूल मालाओं के साथ स्वामी प्रसाद का जोरदार स्वागत किया। इसके बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं सपा नेता रामअचल राजभर ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर ने कभी जातिवादी राजनीति नहीं की। शोषित, दलित एवं पिछड़े समाज की लड़ाई लड़ते हुए वह कई बार जेल गए। पूर्व विधायक दिग्विजयनारायण उर्फ जय चौबे ने कहा कि उन्होंने आजीवन समाजवाद की लड़ाई लड़ी और जन से जननायक हुए। उनका कार्यकाल सराहनीय रहा है।

नाई महासभा के प्रदेश अध्यक्ष राम भवन शर्मा ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर बिहार में एक बार उपमुख्यमंत्री, दो बार मुख्यमंत्री और दशकों तक विधायक और विरोधी दल के नेता रहे। 1952 से वह बिहार विधानसभा का चुनाव कभी नहीं हारे। राजनीति में इतना लंबा सफर बिताने के बाद जब उनका निधन हुआ तो उनके नाम से एक मकान तक नहीं था। आज ऐसे व्यक्तित्व को हम याद कर रहे हैं। इस मौके जिला पंचायत अध्यक्ष बलिराम यादव, सपा जिला अध्यक्ष गौहर अली खान, पूर्व जिलाध्यक्ष लोरिक यादव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष संतोष यादव, जिला पंचायत सदस्य शैलेंद्र यादव और जिला उपाध्यक्ष केडी यादव आदि मौजूद रहे।

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