सिद्धार्थनगर में रेलवे स्टेशन पर बाल संरक्षण व मानव तस्करी रोकने के लिए कार्यशाला का आयोजन हुआ। सिद्धार्थनगर रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को बाल संरक्षण व मानव तस्करी रोकने के लिए एक कार्यशाला का आयोजन रेलवे व प्लान इंडिया द्वारा किया गया। इस कार्यशाला की अध्यक्षता स्टेशन अधीक्षक के द्वारा की गई। इस दौरान प्रोजेक्टर के माध्यम से मानव तस्करी व बाल शोषण के विषय पर लघु फिल्म दिखाई गयी। मूवी के बाद में उपस्थित सदस्यों से स्टेशन पर होने वाले शोषण के बारे में बात किया गया।
वेंडरों को दी गई हिदायत
प्लान इंडिया के समन्वयक ने रेलवे बोर्ड व राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के द्वारा रेलवे के संपर्क में बच्चों की देखभाल और संरक्षण सुनिश्चित करने के लिये रेलवे की यह मानक परिचालन प्रक्रिया के बारे में सभी को बताया। इस प्रयास के तहत रेलवे के संपर्क में आने वाले यात्रियों के रूप में बच्चे, तस्करी कर लाए गए बच्चे तथा अपने परिवार से जुदा हुए बच्चों को संरक्षण के लिये बेहतर समन्वय की बात हुई। इसके साथ रेलवे बोर्ड द्वारा जारी मानव तस्करी रोकने जारी सुरक्षा प्रपत्र पर भी चर्चा करके इन मुद्दों को हल करने के लिए यह सुनिश्चित किया गया कि सभी हितधारकों, यात्रियों, विक्रेताओं, कुलियों को संवेदनशील बनाने की आवश्यकता है। चाइल्ड लाइन के समन्वयक ने साझा किया कि बच्चो को संरक्षण प्रदान करने के लिए निरंतर संचार होता रहना चाहिए।
न्याय अधिनियम 2015 का पालन करने के निर्देश
बाल कल्याण समिति के द्वारा बताया गया कि बाल तस्करी रोकने के लिए समुदाय के साथ भी समन्वय की जरूरत है। इसके साथ किशोर न्याय अधिनियम 2015 का पालन भी करें। आरपीएक एएचटीयू प्रभारी ने मानव तस्करी रोकने के लिए निरंतर जागरूकता की आवश्यकता है। इसके बाद एक कार्य योजना भी बनाई गयी, जिसके तहत स्टेशन पर बाल सहायता समूह का गठन, हेल्पलाइन नम्बर के लिए एनाउंसमेंट, पोस्टर जागरूकता व ट्रेन चेकिंग गतिविधियां की योजना बनाई गयी।
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