सोनभद्र का अब रॉबर्ट्सगंज बाजार नहीं टूटेगा, बल्कि रॉबर्ट्सगंज से होकर गुजरने वाले कलवारी-खलियारी राजमार्ग के लिए बाईपास का निर्माण कराए जाने को शासन से मंजूरी मिल गई है। यह बाईपास सात गांवों से होकर गुजरेगी राजस्व विभाग और पीडब्ल्यूडी की संयुक्त टीम बाईपास के लिए जमीन अधिग्रहण के लिए सर्वे का काम शुरू कर दिया है। बाईपास बनने से न सिर्फ गाड़ियों का लोड कम होगा, बल्कि लोगों को उसी मार्ग से बिहार जाना आसान हो जाएगा।
बताते चलें कि राबर्ट्सगंज के पास बाईपास की मांग को लेकर व्यापारी संगठन पिछले काफी समय से आंदोलन चला रहे थे। उनका तर्क था कि अगर कलवारी-खलियारी मार्ग को फोर लेन किया गया, तो पूरा राबर्ट्सगंज बाजार उजड़ जाएगा। उनकी मांग थी कि नगर के पास से बाईपास निकाला जाए, इससे नगर सुरक्षित होगा साथ ही बाइपास निर्माण से रोजगार के नए मौके उपलब्ध होंगे।
बाइपास के लिए भूमि चिन्हित
ऐसे में अब शासन से मंजूरी मिलने के बाद जिला प्रशासन ने बाइपास निर्माण के लिए खैराही, मानपुर, गैंगुआर, धरनीपुर, घुवासकला, बिठगांव निस्फ व मझिगांव चौबे गांव की भूमि बाइपास के लिए चिन्हित किया है। एसडीएम सदर रमेश कुमार ने इसके लिए लेखपाल संतोष दूबे, अनूप यादव, सज्जन सिंह व नमिता गुप्ता की चार सदस्यीय टीम गठित किया है। टीम गूगल अर्थ मैप का प्रयोग करके बाइपास निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण के लिए रिपोर्ट एक सप्ताह में प्रस्तुत करेगी।
सर्वे के लिए चार लेखपालों को सौंपी जिम्मेदारी
सदर एसडीएम रमेश कुमार ने बताया कि कलवारी-खलियारी मार्ग के चौड़ीकरण के दौरान रॉबर्ट्सगंज नगर के पास बाईपास निर्माण के लिए सात गांवों को चिन्हित किया गया है। सर्वे के लिए चार लेखपालों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। सर्वे के काम में लोक निर्माण विभाग सहयोग करेगा।
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