सोनभद्र के राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के मधुपुर व सुकृत में एसओजी वाराणसी और वन विभाग की टीम ने वन्य जीवों के खाल की तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके पास से वन्य जीव कहट की खाल बरामद की गई है। इसका इस्तेमाल बुलेट प्रूफ जैकेट बनाने में होता है। टीम करीब एक सप्ताह से तस्करों के पीछे लगी हुई थी।
मुखबिर की सूचना पर हुई कार्रवाई
सुकृत रेंज के वन क्षेत्राधिकारी क्षेत्र में भ्रमण कर रही थी। सुकृत के जंगलों में डेरा डाल रखा पूछताछ में उनकी पहचान जीउत भारती व अमर भारती के रुप में पहचान हुआ। मुखबिर के माध्यम से टीम ने जीउत भारती और अजय भारती के रूप में कहट की खाल के लिए तस्करों से हुआ पूछताछ के बाद दोनों को बीस लाख रुपये में सौदा तय किया। संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है।
खाल का बुलेट प्रूफ जैकेट बनाने में होता है उपयोग
सुकृत वन रेंज के क्षेत्राधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि खाल लेकर उन्हें सुकृत के एक वन्य जीवों की खाल की तस्करी की होटल में पैसा देने के लिए बुलाया। सूचना पर विशेष टीम कई दिनों से उनके पहुंचते ही टीम ने उन्हें दबोच को जेल भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि कहट की खाल का इस्तेमाल बुलेट प्रूफ जैकेट बनाने में होता है। बेहद मोटी खाल होने के कारण इससे बने जैकेट पर गोली का कोई असर नहीं होता। आधार पर गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है।
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