सुल्तानपुर के बल्दीराय थाना क्षेत्र अंतर्गत इब्राहिमपुर में दो समुदाय के बीच सोमवार देर रात विवाद हो गया। विसर्जन शोभा यात्रा करीब 5 घंटों तक रुकी रही। एक समुदाय के लोग पारा बाजार में प्रतिमाएं रखकर प्रदर्शन करते रहे। देर रात उपद्रवियों ने तोड़फोड़ और आगजनी की। जब अयोध्या रेंज के DIG मौके पर पहुंचे, तब जाकर स्थिति कंट्रोल में आई।
सोमवार की शाम विसर्जन शोभायात्रा एक समुदाय के धार्मिक स्थल के पास पहुंची थी कि तेज ध्वनि से बज रहे डीजे को लेकर आपत्ति हुई। इसी बात को लेकर कहा सुनी शुरू हुई और देखते ही देखते मामूली बात बवाल में बदल गई। पथराव और आगजनी हुई जिसमें एक सिपाही समेत आठ लोग घायल हुए। डीएम रवीश गुप्ता और एसपी सोमेन वर्मा ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में किया। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा तथा शोभा यात्रा को आगे बढ़वाया।
थानाध्यक्ष बोले- उपद्रवियों के घर बुलडोजर से गिरेंगे
विसर्जन शोभा यात्रा लेकर निकले लोग पारा बाजार पहुंचकर यही रुक गए और कार्रवाई को लेकर प्रदर्शन करने लगे। समझाने बुझाने का दौर चला। बल्दीराय थानाध्यक्ष अमरेंद्र सिंह मंच पर आए, उन्होंने कहा "इस यात्रा में जिस किसी भी व्यक्ति ने दुस्साहस किया है मैं आप से वादा करता हूं उनको मैं मिट्टी में मिला दूंगा, उनके घर बुलडोजर से गिरेंगे। इस बयान पर जोरदार नारेबाजी हुई।" "वहीं एसपी ने प्रदर्शन कर रहे लोगो से कहा कि, "आपके चहेते डीएम साहब यही पर उपस्थित हैं। आप सभी लोगो से मैं वादा करता हूं कि आज की इस घटना में जो भी लोग दोषी हैं पुलिस निष्पक्षतापूर्ण कार्रवाई करते हुए उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी। पुलिस फोर्स लगी रहेगी और प्रतिमा विसर्जन सकुशल संपन्न कराएंगे।"
रात के अंधेरे में पुलिस की मौजूदगी में तोड़फोड़ आगजनी
इतने आश्वासन के बाद भी प्रदर्शन करने वाले प्रशासन की बात मानने पर तैयार नहीं हुए। सूत्रों के मुताबिक रात के अंधेरे में कुछ उपद्रवी निकले और कई किमी के क्षेत्र में एक समुदाय के घरों पर पथराव किया। वाहनों को भी आग के हवाले किया। प्रशासनिक अधिकारी सब देखते रहे लेकिन वो कार्रवाई की ताकात नहीं जुटा सके। रात 12 बजे के आसपास जब डीआईजी फैजाबाद मौके पर पहुंचे तब जाकर स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में आई और विसर्जन यात्रा आगे बढ़ी। इस पूरी घटना ने थाने और मुख्यालय पर हुई पीस कमेटी की मीटिंग पर भी सवाल उठा दिया है कि आखिर किस तरह सभी समुदाय के साथ बैठकर त्योहार की तैयारी की बैठक की गई। वहीं जिस तरह पूरे महोत्सव में कोर्ट के आदेश की धज्जियां उड़ाकर लाउडस्पीकर और डीजे के माध्यम से कानून की धज्जियां उड़ाई गई उसने भी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं।
यह सभी हुए थे घायल
आपको बता दें कि सोमवार शाम हुए बवाल में माताफेर (42) पुत्र राम लखन निवासी रैना जगदीशपुर, दिलीप कुमार (30) पुत्र राम उजगिर निवासी वलीपुर बाजार, लालू यादव (37) पुत्र राम विश्राम निवासी जगदीशपुर, जितेंद्र (28) पुत्र चंद्रभान निवासी जगदीशपुर, बृजलाल (40) पुत्र राम प्यारे, जमुना प्रसाद (55) पुत्र रामपाल यादव, शुभम पुत्र मिश्री निषाद निवासी हेमनापुर व नीरज (20) पुत्र शीतला प्रसाद रैना जगदीशपुर घायल हुए हैं। सभी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.