मुलायम सिंह के गेस्ट हाउस कांड के गवाह पूर्व विधायक:फोन पर फफक कर रो पड़े सफदर रजा, बताया- पार्टी वर्कर को फ्लाइट से AIIMS में इलाज को भेजा था

सुल्तानपुर8 महीने पहलेलेखक: असगर नकी
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मुलायम सिंह यादव पूर्व विधायक सफदर रजा के साथ। - Dainik Bhaskar
मुलायम सिंह यादव पूर्व विधायक सफदर रजा के साथ।

नेता जी, मुलायम सिंह यादव ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। उनके निधन पर परिवार ही नहीं बल्कि उनसे जुड़े पार्टी वर्कर भी अपने आंसू नहीं रोक पा रहे। सुल्तानपुर में पूर्व विधायक सफदर रजा खान को दैनिक भास्कर संवाददाता ने मुलायम सिंह से जुड़ी बात जानने के लिए फोन लगाया तो वो फफक कर रो पड़े। उन्होंने कहा कि मुसलमानों का अच्छा रहनुमा आज चला गया।

मुलायम सिंह के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया कि जिले के सुरौली गांव के मोहम्मद अली पार्टी वर्कर थे।उनको दिमाग में क्लॉट के कारण नाक से खून आता था। वो मुलायम सिंह के CM जनता दरबार में पहुंचे और अपनी बीमारी बताया। नेता जी ने अपने सचिव को कहा इसको PGI भेजो, डॉक्टर क्या कहता है देखो। नहीं तो फ्लाइट से AIIMS भेजो पूरा खर्च सरकार का होगा। अंत में भेजा भी AIIMS वो ठीक हुआ, नेता जी ने ना नाम पूछा ना ही बिरादरी।

पार्टी सम्मेलन में पहुंचे थे मुलायम सिंह।
पार्टी सम्मेलन में पहुंचे थे मुलायम सिंह।

वर्कर के भाई की हत्या को तत्काल लिया था संज्ञान

सफदर रजा बताते हैं कि नेता जी देश के रक्षा मंत्री थे। अमेठी का पार्टी वर्कर था महताब। हम और महताब देवरिया में पार्टी के सम्मेलन में थे। दूसरा दिन था कि महताब का भाई मुंबई रेलवे में था उसका मर्डर हो गया। हम लोग लौट आए, ठीक से कार्रवाई नहीं हो रही थी। हम महताब को लेकर लखनऊ नेता जी से मिलने गए, मुलाकात नहीं हुई। एक हफ्ते बाद मैं अकेले गया, नेता जी मिले हमने उन्हें सब बताया। कहा महताब आया था आज नहीं आया वो। उन्होंने कहा कोई एप्लीकेशन है हमने कहा नहीं। इस पर नेता जी ने कहा कोई चीज पर लिख कर दो। उस समय मैने फटे टुकड़े पर दो-चार प्वाइंट लिखा, उन्होंने उसे जेब में रख लिया। एक महीने तक कुछ नहीं हुआ तो हम और महताब अबू आसिम आजमी के पास मुंबई पहुंचे। उनसे जब बताया तो उनके मुंह से निकला गलती हो गई ये तो नेता जी ने स्पेशल कहा था हमसे।

सुल्तानपुर में पार्टी वर्कर के घर पर भोज करते मुलायम।
सुल्तानपुर में पार्टी वर्कर के घर पर भोज करते मुलायम।

लड़के को भेज दो जो जाएगा सेलेक्शन

सफदर रजा बताते हैं कि जिले के धनपतगंज की रहने वाली कृष्णलली गुप्ता पार्टी की पुरानी वर्कर हैं। 2012 के बाद की बात है सर्दी का दिन लखनऊ ऑफिस पर वो परेशान थी। मैं भी वहीं था। कृष्णलली ने बताया कि लड़के ने लिखित परीक्षा पास कर लिया है इंटरव्यू में कुछ हो नहीं पा रहा। CM से मुलाकात नहीं हो पा रही। इस पर मैने कहा जिले के 5 विधायक हैं किस से मिल लो। उसने बताया कि मिले तो लेकिन कोई खड़ा नहीं हुआ। इस पर मैने कहा मैं तो X एमएल हूं। हां एक तरीका बता देता हूं, मैने कागज उठाया 3-4 लाइन नेता जी के नाम लिखा कि इसे टाइप करा लो और सुबह नेता जी की कोठी के सामने खड़ी हो जाना। जब वो निकले हाथ जोड़ कर नमस्ते करना, कागज हाथ में लिए रहना। वो कागज देखकर समझ जाएंगे तुम मिलना चाह रही। हुआ भी यही नेता जी गाड़ी से निकले, देखते ही गाड़ी रोकी पर्चा लिया और चले गए। शाम को नेता जी का फोन कृष्णलली के पास आया बोले लड़के को भेजो उसका हो जाएगा।

सुल्तानपुर के कार्यक्रम में मुलायम सिंह।
सुल्तानपुर के कार्यक्रम में मुलायम सिंह।

DI जीप से सुल्तानपुर पहुंचे थे मुलायम सिंह यादव

वरिष्ठ पत्रकार बृजेंद्र विक्रम सिंह बताते हैं कि शहर के लखनऊ नाका में सपा नेता स्व. सत्य नारायण रावत रहा करते थे। उन्हें खांटी समाजवादी नेता कहा जाता था। बृजेंद्र विक्रम बताते हैं कि सत्यनारायण रावत सपा के शुरुआती दौर की अक्सर चर्चा करते हुए बताते थे कि जिस समय पार्टी खड़ी हुई टेलीफोन का दौर था नहीं। मेरा मुलायम सिंह यादव से खासा परिचय हो चुका था। उन्होंने कहा कि सुल्तानपुर आए तो भेंट कैसे होगी। सत्यनारायण रावत ने नेता जी से कहा कि आप सुल्तानपुर रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। वहीं धर्मशाला में एक सैलून है जहां हमसे मुलाकात हो सकती है।

मुलायम सिंह के बगल में बैठे स्व. सत्यनारायण रावत।
मुलायम सिंह के बगल में बैठे स्व. सत्यनारायण रावत।

सुल्तानपुर में 10 आदमियों में की थी मीटिंग

बृजेंद्र विक्रम बताते हैं कि सत्यनारायण रावत ने बताया कि एक रोज सुबह 9-10 बजे के करीब DI जीप से मुलायम सिंह बताए हुए स्थान पर पहुंच गए। उनके साथ एक गनर भी था। सैलून पर पहुंचकर नेता जी ने पता किया तो पता चला 10 मिनट हुए हैं रावत जी यहां से गए हैं। खैर सैलून वाले ने उन्हें चाय पानी कराया और एक आदमी रावत के घर भेजा। कुछ देर बाद रावत पहुंचे और 10-12 आदमी को बुलाकर वहीं मीटिंग कराई। मुलायम सिंह ने सत्य नारायण रावत को 1996 में नगरपालिका का चुनाव भी लड़ाया ये और बात है भाग्य ने उनका साथ नहीं दिया।

एक अन्य कार्यक्रम में सुल्तानपुर पहुंचे थे मुलायम सिंह।
एक अन्य कार्यक्रम में सुल्तानपुर पहुंचे थे मुलायम सिंह।
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