व्यापारी से मांगी 50 लाख की रंगदारी:वाराणसी के आभूषण कारोबारी के पास आई कॉल, चित्रकूट जेल में बंद झुन्ना का गुर्गा बताकर मांगा पैसा; पुलिस ने शुरू की जांच

वाराणसी2 वर्ष पहले
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बदमाश श्रीप्रकाश मिश्रा उर्फ झुन्ना पंडित। (फाइल फोटो) - Dainik Bhaskar
बदमाश श्रीप्रकाश मिश्रा उर्फ झुन्ना पंडित। (फाइल फोटो)

मऊ सदर विधायक माफिया मुख्तार अंसारी के गुर्गे और चित्रकूट जेल में बंद झुन्ना पंडित का आदमी बताकर गोकुल यादव ने वाराणसी के एक आभूषण कारोबारी से 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगी है। रुपए न देने पर कारोबारी को अंजाम भुगतने की धमकी दी गई है। रंगदारी मांगे जाने से भयभीत कारोबारी ने चेतगंज थाने में तहरीर दी तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इसके साथ ही कारोबारी को पुलिस ने सुरक्षा के लिए आश्वस्त किया है।

कई बार लगातार आई थी कॉल

चेतगंज थाना अंतर्गत तेलियाबाग निवासी आभूषण कारोबारी संजय कुमार के अनुसार सुड़िया में मंगल ज्वेलर्स के नाम से उनकी प्रतिष्ठित दुकान है। 11 सितंबर की रात दुकान बंद कर उनका बेटा पामुल कुमार उर्फ विमल घर आ रहा था, उस दौरान एक नंबर से उसके मोबाइल पर कई बार कॉल आई। घर पहुंच कर पामुल ने कॉल रिसीव की तो फोन करने वाले ने कहा कि वह झुन्ना पंडित का आदमी गोकुल यादव बोल रहा है। गोकुल ने कहा कि 50 लाख रुपए बतौर रंगदारी चाहिए। इसके बाद से उनका बेटा, वह और पूरा परिवार घबराया है।

पूरे परिवार को आशंका है कि उनके साथ कहीं कोई अप्रिय घटना न हो जाए। किसी तरह से उन्होंने हिम्मत करके 13 सितंबर को तहरीर दी तो चेतगंज थाने की पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। उधर, इस संबंध में इंस्पेक्टर चेतगंज ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पूरी उम्मीद है कि हम घटना का जल्द खुलासा करने में सफल रहेंगे।

झुन्ना द्वारा अपराध से अर्जित 58 लाख 91 हजार रुपए मूल्य की संपत्ति को जब्त करने के बाद 11 जुलाई 2020 को यह बोर्ड पुलिस ने उसके घर के सामने लगवाया था।
झुन्ना द्वारा अपराध से अर्जित 58 लाख 91 हजार रुपए मूल्य की संपत्ति को जब्त करने के बाद 11 जुलाई 2020 को यह बोर्ड पुलिस ने उसके घर के सामने लगवाया था।

पंजाब से धराया था, 1 लाख का था इनाम

43 आपराधिक मुकदमों का आरोपी और कैंट थाने का हिस्ट्रीशीटर हाशिमपुर (रमदत्तपुर) निवासी श्रीप्रकाश मिश्रा उर्फ झुन्ना पंडित अक्टूबर 2019 में पंजाब के रोपड़ जिले से पुलिस मुठभेड़ में दबोचा गया था। उस समय झुन्ना पंडित पर 1 लाख रुपए का इनाम घोषित था। इसके बाद झुन्ना को मार्च 2020 में चित्रकूट जेल में शिफ्ट कर दिया गया। 16 साल की उम्र में पहली हत्या करने वाला झुन्ना रंगदारी वसूलने, जमीन कब्जा करने और भाड़े पर मर्डर करने वाला झुन्ना जरायम जगत में दोनों हाथों से फायरिंग करने के लिए कुख्यात है।

58.91 लाख रुपए की संपत्ति हुई थी जब्त

झुन्ना द्वारा अपराध से अर्जित 58 लाख 91 हजार रुपए मूल्य की संपत्ति को वाराणसी पुलिस ने गैंगेस्टर एक्ट के तहत 11 जुलाई 2020 को जब्त किया था। कुर्क की गई संपत्ति में झुन्ना का हाशिमपुर (रमदत्तपुर) स्थित मकान और कुछेक प्लॉट शामिल थे। गौरतलब है कि मुख्तार अंसारी गिरोह के लिए शूटर के तौर पर काम करने के साथ ही झुन्ना पंडित अपना एक अलग गिरोह भी बना रखा है। झुन्ना के करीबियों में प्रदेश की अलग-अलग जेल में बंद हनी सिंह व सुजीत सिंह बेलवा और सिज्जन यादव जैसे कुख्यातों का नाम शामिल है।

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