वाराणसी में ज्ञानवापी प्रकरण से जुड़े हिंदू पक्ष की आपसी रार कम होने का नाम नहीं ले रही है। अब हिंदू पक्ष के एक धड़े ने मांग की है कि वैदिक सनातन संघ की पैरोकारी में दाखिल भगवान आदि विश्वेश्वर विराजमान प्रकरण की सुनवाई ज्ञानवापी-मां श्रृंगार गौरी केस के साथ हो। इसे लेकर वाराणसी के जिला जज की कोर्ट में श्रृंगार गौरी केस की चार वादिनी महिलाओं ने एप्लिकेशन दी है।
इस पर विश्व वैदिक सनातन संघ ने कड़ी आपत्ति जाहिर की है। विश्व वैदिक सनातन संघ के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह ने वाराणसी में कहा कि यह एप्लिकेशन हिंदू समाज के साथ एक बड़ी गद्दारी है। खुद को हिंदुओं का तथाकथित पैरोकार बताने वाले कुछ अधिवक्ता चाहते हैं कि वह मीडिया में सुर्खियों में बने रहें।
इसीलिए वह भगवान आदि विश्वेश्वर विराजमान केस की सुनवाई को प्रभावित करने के उद्देश्य से चार महिलाओं को गलतफहमी में रख कर उनसे एप्लिकेशन दाखिल करवाए हैं। उनकी एप्लिकेशन का कोर्ट में हर स्तर पर विरोध किया जाएगा।
उनकी एप्लिकेशन कहीं से स्टैंड नहीं करेगी
संतोष सिंह ने कहा कि कुछ गद्दार किस्म के लोग हिंदू समाज के साथ धोखा कर रहे हैं। जितेंद्र सिंह विसेन और विश्व वैदिक सनातन संघ से अपनी निजी खुन्नस को हिंदू समाज के साथ निकालने वालों को सबको पहचानना चाहिए। वह लोग जानते थे कि 17 नवंबर को भगवान आदि विश्वेश्वर विराजमान के केस में कोर्ट अपना ऑर्डर सुनाएगी।
उससे पहले सुनवाई को प्रभावित करने के लिए उन्होंने कोर्ट में एप्लिकेशन दिलाई। श्रृंगार गौरी केस की चार वादिनी महिलाओं के माध्यम से मांग करवाई कि आदि विश्वेश्वर का प्रकरण अलग से न सुना जाए। उनकी एप्लिकेशन कोर्ट में कहीं भी स्टैंड नहीं करेगी। मगर, उन्होंने अपने इस कृत्य से यह साबित कर दिया है कि वह हिंदू समाज का हित नहीं चाहते हैं। बल्कि, उनका उद्देश्य कुछ और ही है।
वह सिर्फ एक नॉनसेंस एप्लिकेशन है
विश्व वैदिक सनातन संघ के एडवोकेट मान बहादुर सिंह और अनुपम द्विवेदी ने कहा कि श्रृंगार गौरी केस की वादिनी महिलाओं द्वारा दी गई एप्लिकेशन आदि विश्वेश्वर केस में आने वाले ऑर्डर को प्रभावित करने का एक कुत्सित प्रयास है। वह चारों महिलाएं भगवान आदि विश्वेश्वर केस से किसी भी तरह से संबंधित नहीं हैं। हम सिर्फ यही कहेंगे कि वह एक नॉनसेंस एप्लिकेशन है। हमें कोर्ट पर पूरा भरोसा है। 21 नवंबर को उस एप्लिकेशन की सुनवाई डेट है और हम उस दिन मजबूती से अपना पक्ष कोर्ट में रखेंगे।
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