संगीत के डिप्लोमा के लिए 26 अक्टूबर तक मौका:BHU से पार्ट टाइम संगीत सीखने का बेहतर अवसर; वोकल, वायलिन, कथक व भरतनाट्यम समेत 9 कोर्स में ऐसे करें अप्लाई

वाराणसी2 वर्ष पहले
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(फाइल फोटो) BHU में तीन साल का डिप्लोमा काेर्स नवंबर के बाद शुरू हो रहा है। - Dainik Bhaskar
(फाइल फोटो) BHU में तीन साल का डिप्लोमा काेर्स नवंबर के बाद शुरू हो रहा है।

वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में पार्ट टाइम म्यूजिक सीखने वालों के लिए अब बेहतर मौका है। शाम को 4 से 6 बजे तक 2 घंटे का समय निकालकर BHU में आना होगा। म्यूजिक और डांस पर 3 साल का डिप्लोमा कोर्स BHU में नवंबर के बाद से चलाया जाएगा। विश्वविद्यालय के संगीत एवं मंच कला संकाय में ही छात्रों को संगीत की तालीम दी जाएगी। इस डिप्लोमा कोर्स के आने से म्यूजिक में बैचलर और मास्टर का फॉर्म न भर पाने वाले छात्रों को काफी राहत मिली है।

संगीत एवं मंच कला संकाय।
संगीत एवं मंच कला संकाय।

कोर्स में दाखिले के लिए आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 26 अक्टूबर तक है। वहीं 8 नवंबर को इसकी प्रवेश परीक्षा आयोजित होगी। इसमें छात्रों का स्किल टेस्ट किया जाएगा। इंटरव्यू के माध्यम से ही छात्रों का चयन किया जाएगा। संगीत एवं मंच कला संकाय के कार्यालय से 200 रुपया में फॉर्म खरीदा जा सकता है। भर कर वहीं पर वापस जमा भी कर देना होगा।

BHU का पंडित ओंकारनाथ ठाकुर सभागर। इसको अब भरतमुनि के नाट्यशास्त्र के आधार पर तैयार किया जा रहा है।
BHU का पंडित ओंकारनाथ ठाकुर सभागर। इसको अब भरतमुनि के नाट्यशास्त्र के आधार पर तैयार किया जा रहा है।

संगीत की कुल 9 विधा सिखाई जाएगी

हिंदुस्तानी वोकल, तबला, सितार, वायलिन, गिटार, फ्लूट, मृदंगम, कथक, भरतनाट्यम की कुल 9 विधाएं सिखाई जाएंगी।

सूफी से लेकर फॉक गीतों का होगा टेस्ट
वोकल में एडमिशन लेने वाले छात्रों की आवाज और स्केल आदि का परीक्षण किया जाएगा। वहीं कोई राग भी गाने को कहा जा सकता है। इसके अलावा सुर व ताल की समझ भी परखी जाएगी। इस टेस्ट में एक अच्छी बात यह है कि सूफी, भजन, फॉक, शास्त्रीय और गजल हर तरीकों के लोगों का चयन किया जाएगा। जो छात्र जिस विधा में बेहतर करेगा उसे उसी तरह के गीतों की प्रस्तुति परीक्षा में देनी होगी।

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