वाराणसी में हिंदू युवा वाहिनी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने रविवार दोपहर सिगरा थाने का घेराव किया। इसके बाद थाना परिसर में ही मौन रख कर धरने पर बैठ गए। सभी का आरोप था कि पार्टी के पदाधिकारी के छोटे भाई को चाकू मारे जाने के मामले में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ 13 दिन बाद भी कार्रवाई नहीं की।
मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पार्टी से जुड़ा होने के कारण पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया। लगभग एक घंटे बाद पुलिस अफसर धरने पर बैठे लोगों को उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराने में सफल हुए।
18 अक्टूबर को चाकू मारने का है आरोप
हिंदू युवा वाहिनी के मंडल संयोजक योगेश विश्वकर्मा के छोटे भाई गुजराती गली सोनिया निवासी बृजेश विश्वकर्मा ने बताया कि वह 18 अक्टूबर को अपनी दुकान से घर जा रहे थे। रास्ते में रोहित पांडेय और उसके एक दोस्त ने पीछे से गले में गमछा डालकर उन्हें सड़क पर गिरा दिया। इसके बाद रोहित ने पेट में चाकू से हमला कर दिया। किसी तरह से जान बचाकर वह भागे और 112 नंबर पर सूचना दिए। घटना के संबंध में उन्होंने 19 अक्टूबर को सिगरा थाने में रोहित पांडेय और एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
पुलिस की मिलीभगत से नहीं पकड़ा गया आरोपी
सिगरा थाने में धरने पर बैठे हिंदू युवा वाहिनी के महानगर प्रभारी मनीष मिश्र, महानगर संयोजक सुनील कुशवाहा, महानगर अध्यक्ष अजय सिंह, अश्विनी गुप्ता, सन्नी गुप्ता, विनय सहित अन्य ने बताया कि पुलिस से मिलीभगत की वजह से आरोपी के खिलाफ अब तक कार्रवाई नहीं हुई है। मिलीभगत की वजह से ही मुकदमा भी हत्या के प्रयास की धारा में न दर्ज कर सामान्य धारा में दर्ज किया गया।
हम सभी ने पुलिस को शुक्रवार को 24 घंटे की मोहलत दी थी कि आरोपी के खिलाफ दर्ज मुकदमे में हत्या के प्रयास की धारा बढ़ा कर कार्रवाई की जाए। लेकिन, पुलिस सिर्फ आश्वासन तक ही सीमित रही तो मजबूरी में सिगरा थाने में मौन रखकर धरने पर बैठना पड़ा।
उधर, सिगरा इंस्पेक्टर अनूप शुक्ला ने बताया कि आरोपी के खिलाफ उचित कार्रवाई की गई थी। धरने पर बैठे लोगों को समझा कर शांत करा दिया गया है। प्रकरण में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
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