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  • Static Surveillance Team Grabbed Rs 4.5 Lakh Rupees From A Varanasi Businessman Found In Search, Five Policemen And Three Other Suspended After Registering A Case Amid 2022 Uttar Pradesh Assembly Election

वाराणसी के ये दरोगा और मजिस्ट्रेट चोर हैं:चेकिंग में व्यापारी से मिले थे 8.5 लाख, 4.5 लाख रुपए हड़पे, पांच पुलिसकर्मी सहित आठ गिरफ्तार

वाराणसीएक वर्ष पहले
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वाराणसी में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गठित की गई सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र की स्टैटिक सर्विलांस टीम (SST) में शामिल पुलिस और प्रशासन के कर्मियों द्वारा 4.5 लाख रुपए हड़पने का मामला सामने आया है। एक व्यापारी से मिले 8.5 लाख में से 4.5 लाख रुपए पुलिस और प्रशासन के कर्मियों ने इनकम टैक्स विभाग को न सौंप कर अपने पास ही रख लिया। जांच में पुलिस और प्रशासन के कर्मियों की करतूत उजागर होने के बाद पांच पुलिसकर्मियों सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

प्रकरण को लेकर दरोगा विद्यार्थी सिंह, हेड कांस्टेबल जटाशंकर पांडेय और कांस्टेबल अमित सिंह यादव, संजय कुमार और उदय प्रताप सिंह के अलावा मजिस्ट्रेट बाल विकास विभाग के सीडीपीओ मुकेश सिंह कुशवाहा, वीडियोग्राफर सौरभ सेठ तथा ड्राइवर गोरख यादव को तत्काल निलंबित कर दिया गया। सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।

व्यापारी 8.5 लाख रुपए लेकर जा रहा था

भदोही जिले के आनंद नगर, अहमदगंज निवासी व्यापारी वीर चौरसिया अपने दोस्त उमेश यादव के साथ बाइक से सात फरवरी को वाराणसी जा रहे थे। वीर चौरसिया बैग में 8.5 लाख रुपए रखे हुए थे। सेवापुरी विधानसभा की स्टैटिक सर्विलांस टीम कतवारूपुर गांव के समीप चेकिंग कर रही थी। जांच में वीर के पास से इतनी बड़ी मात्रा में मिली नकदी में से वह 4.5 लाख रुपए का हिसाब नहीं दे पाए। स्टैटिक सर्विलांस टीम ने 4.5 लाख रुपए इनकम टैक्स विभाग में जमा कराने के लिए कब्जे में ले लिए।

व्यापारी को कहा गया कि इनकम टैक्स विभाग में उचित जवाब देकर अपने रुपए वापस ले लेना। व्यापारी को आठ फरवरी को इनकम टैक्स विभाग से कोई सूचना न मिलने पर उन्होंने घटना के संबंध में जंसा थानाध्यक्ष को सूचित किया। चुनाव से जुड़ी स्टैटिक सर्विलांस टीम का मामला होने के कारण थानाध्यक्ष जंसा ने जिला मजिस्ट्रेट और वाराणसी ग्रामीण पुलिस अधीक्षक को सूचना दी। इस पर एडीएम और एडिशनल एसपी की संयुक्त जांच टीम गठित की गई।

जांच के आधार पर की गई है कार्रवाई

जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि जांच में सामने आया कि SST द्वारा व्यापारी से 4.5 लाख रुपए कब्जे में लिए गए थे। नियम के अनुसार कार्रवाई करते हुए उस पैसे को इनकम टैक्स विभाग में जमा कराना था। लेकिन, टीम ने पैसा अपने पास ही रख लिया। घटना के संबंध में थाना जंसा में टीम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया और उसमें शामिल पांच पुलिसकर्मियों सहित आठ लोगों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर गिरफ्तार कर लिया गया है।

जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सभी आरोपियों को अदालत में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा जाएगा। आरोपियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए चुनाव आयोग को रिपोर्ट भेजी गई है। सेवापुरी क्षेत्र में नई SST को तैनात कर दिया गया है।

जानें स्टैटिक सर्विलांस टीम के बारे में

विधानसभा चुनाव के लिए गठित की जाने वाली स्टैटिक सर्विलांस टीम में जिला पुलिस और प्रशासन के कर्मचारी शामिल रहते हैं। प्रशासनिक अफसर को टीम लीडर यानी मजिस्ट्रेट के तौर पर नियुक्त किया जाता है। इस टीम का मुख्य काम अवैधानिक तरीके से होने वाले कैस ट्रांजेक्शन को ट्रैक करना है। यह टीम सड़क पर आने-जाने वाले वाहनों और लोगों पर नजर रखती है। जो कोई भी अपने पास मौजूद पैसे का हिसाब-किताब नहीं दे पाता है उसकी रकम जब्त कर आगे की कार्रवाई के लिए इनकम टैक्स विभाग को सौंप दिया जाता है।

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