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रंगों की दुनिया
उम्र- 2-3 साल
बच्चों के सामने उनके कपड़े रखिए और आप भी अपने कपड़े लेकर साथ बैठिए। उन्हें अपने कपड़े ख़ुद सहेजने और तह करने के लिए कहिए। कपड़ों को कैसे तह करना है ये आप सिखा सकते हैं। उन्हें बताएं कि एक जैसे रंग के कपड़ों को एक साथ रखना है, रंग के आधार पर मोज़ों की जोड़ी बनाकर रखना है। आप भी बच्चों के साथ-साथ अपने कपड़ों की तह लगाते रहें ताकि उनका खेल में मन लगे। जब सारे कपड़े तह हो जाएं, तो आप उनके कपड़े जांचें और आपके कपड़े ठीक से तह हुए या नहीं, उन्हें जांचने के लिए कहें। इससे बच्चे विभिन्न रंगों और चीज़ों को छांटना सीखेंगे, साथ ही उनमें तत्परता और निर्णय क्षमता का विकास भी होगा।
कुकिंग से सीखेंगे
उम्र - 7 से 9 साल
बच्चों को घर में खाना पकाने और किचन से परिचित कराएं। बड़ों की देखरेख में बच्चे अपना मनपसंद भोजन तैयार करें। वे ऐसी चीज़ें तैयार कर सकते हैं जिनके लिए आग का प्रयोग ज़रूरी नहीं होता, जैसे ब्रेड पर मक्खन या जैम लगाना, सैंडविच बनाना, फलों या स्प्राउट्स की चाट बनाना, सलाद में नमक और मसाले मिलाकर प्लेट में लगाना या बिस्किट और ब्रेड से केक बनाना आदि। सुरक्षा के लिहाज़ से बच्चों को अलग से मेज़ पर बैठा सकते हैं ताकि वो वहीं ये चीज़ें तैयार कर सकें। जब वे ख़ुद बनाएंगे, तो उनके सोच-विचार की क्षमता बढ़ेगी और आत्मनिर्भरता भी।
व्यवस्था-सफ़ाई
उम्र - 6 से 9 साल
एक समय सीमा तय करें जिसमें बच्चों को अपना कार्य पूरा करना है। घर को दो हिस्सों में बांट लें। एक हिस्सा बच्चों का होगा और एक आपका। दोनों को अपने-अपने हिस्से की सफ़ाई करनी है। इसके अलावा घर के बड़े अपनी गाड़ी साफ़ करें और बच्चे को अपनी साइकल साफ़ करने के लिए कहें। जिसकी गाड़ी पूरी तरह से साफ़ होगी वो विजेता होगा। इससे बच्चे समय प्रबंधन के गुण सीखेंगे। उनमें आत्मविश्वास बढ़ेगा और ज़िम्मेदारी समझेंगे। इसी तरह कहीं बाहर जाने से पहले बच्चों को सूटकेस/बैग तैयार करने के लिए कहें। बाद में उनको ये जांचने के लिए कहें कि कहीं कोई ज़रूरी सामान तो नहीं छूटा।
बच्चों का कैफ़े
उम्र : 5 से 8 साल
बच्चों को किड्स कैफ़े खोलने का मौक़ा दें। शर्त यह होगी कि इस कैफ़े में केवल स्वास्थ्यवर्धक भोजन ही परोसना है। बच्चे सलाद, स्नैक्स, एनर्जी बाइट्स आदि तैयार कर सकते हैं। अपनी बनाई चीज़ों को परिजनों को बेचना है, उनसे पैसे लेने हैं और हिसाब भी करना है। भोजन के स्थान पर सब्ज़ियां भी रखी जा सकती हैं। इसमें मोलभाव भी कर सकते हैं जिससे ये खेल खेलने में मज़ा आएगा। इस खेल से बच्चों में सामाजिकता, नेतृत्व जैसे गुण विकसित होंगे। साथ ही वे पोषण के महत्व को समझेंगे। इसके लिए आप फूड चार्ट बनाने में उनकी मदद कर सकते हैं।
पॉजिटिव- इस समय निवेश जैसे किसी आर्थिक गतिविधि में व्यस्तता रहेगी। लंबे समय से चली आ रही किसी चिंता से भी राहत मिलेगी। घर के बड़े बुजुर्गों का मार्गदर्शन आपके लिए बहुत ही फायदेमंद तथा सकून दायक रहेगा। ...
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