पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
एक साल पहले एमबीए की मांग कम हो रही थी। ग्लोबल अर्थव्यवस्था के तेज रफ्तार से दौड़ने के कारण बहुत लोगों को यह महंगी डिग्री रास नहीं आती थी। पश्चिमी देशों में कई कॉलेज एक साल की फीस 70 लाख रुपए तक लेते हैं। कुछ कॉलेज अपना खर्च नहीं निकाल पा रहे थे। 2019 में इलिनॉय यूनिवर्सिटी ने कहा कि वह अपना एमबीए रेसिंडेंशियल कोर्स बंद कर रही है। बीते वर्षों में दर्जनों कॉलेजों ने ऐसा किया है।
ग्रेजुएट मैनेजमेंट एडमिशन काउंसिल (जीएमएसी) के प्रमुख संगीत चौफला कहते हैं, छात्रों का रुझान बना हुआ है। कॉलेजों की संख्या बढ़ी है। काउंसिल के 300 से अधिक बिजनेस कॉलेजों के नए ग्लोबल सालाना सर्वे में पाया गया कि एमबीए में प्रवेश के लिए आवेदनों की संख्या 66% बढ़ी है। महामारी फैलने के बाद अमेरिका सहित कई देशों में सोशल डिस्टेंसिंग और ऑनलाइन शिक्षा ने छात्रों का मोहभंग किया। घर लौटने वाले छात्रों से दुर्व्यवहार के कारण बड़ी संख्या में एशियाई छात्रों ने अमेरिकी कॉलेजों से मुंह मोड़ लिया। इससे यूरोप को फायदा हुआ। लंदन बिजनेस स्कूल, एचईसी पेरिस और कई यूरोपीय कॉलेजों में एडमिशन बढ़ गए। हांगकांग यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल में उत्तर अमेरिका और यूरोप से अधिक अर्जियां आईं। बाद में हांगकांग में एशियाई छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी हुई।
यात्रा प्रतिबंधों और वीजा मिलने में कठिनाइयों के कारण कई देशों के छात्र बाहर नहीं गए। इंटरनेशनल बिजनेस स्कूल, शंघाई में स्थानीय आवेदकों की संख्या में 30% बढ़ोतरी हुई। स्कूल के डीन डिंग युआन बताते हैं, चीन की अर्थव्यवस्था अन्य देशों की तुलना में बेहतर रही। इससे महत्वाकांक्षी मैनेजरों के लिए अमेरिका, यूरोप कम आकर्षक रह गए। दूसरा कारण है कि डोनाल्ड ट्रम्प के बाद का अमेरिका चीनियों के लिए अनुकूल नहीं है। दूसरी तरफ आश्चर्य है कि अमेरिकी कॉलेजों के एमबीए कोर्स में एडमिशन लेने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है। कई साल की गिरावट के बाद एमआईटी स्लोन मैनेजमेंट स्कूल, कोलंबिया बिजनेस स्कूल, व्हार्टन स्कूल सहित अन्य नामी अमेरिकी कॉलेजों में दो अंकों की बढ़त दर्ज की गई है।
पॉजिटिव- आज आप बहुत ही शांतिपूर्ण तरीके से अपने काम संपन्न करने में सक्षम रहेंगे। सभी का सहयोग रहेगा। सरकारी कार्यों में सफलता मिलेगी। घर के बड़े बुजुर्गों का मार्गदर्शन आपके लिए सुकून दायक रहेगा। न...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.