भारतीय क्रिकेट टीम को लीड करना तो दूर की बात है, मेरे लिए तो भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेलना ही बहुत बड़ी बात थी। मैं उन लोगों में से हूं, जो वर्तमान में जीते हैं। मैं ज्यादा से ज्यादा कल के बारे में सोच सकता हूं, लेकिन आज पर मेरा पूरा ध्यान होगा। मुझे आज क्या करना है इस पर फोकस करता हूं। फिर स्कूल के लिए खेल रहा हूं या टीम इंडिया के लिए... मेरा फोकस वही मैच होगा। आज मुझे मैच जीतना है, मैं केवल यह सोच सकता हूं। इससे क्या फायदा होगा, वो सोचना मेरा काम नहीं है। मैं चीजों को सरल रखता हूं। अपना बेस्ट करने के लिए हमेशा तैयार रहता हूं। मुझे लगता है कि अगर मैं देश के लिए खेल रहा हूं, या स्कूल के लिए खेल रहा हूं तो मैं कुछ ऐसा करूं कि जिससे हम सब आगे बढ़ें। मैं क्या सहयोग करूं, कैसे मदद करूं, कैसी योजना बनाऊं... जिससे आगे हम बेहतर बनें। किसी भी करियर में आप काम शुरू करते हैं, उस दिन से लेकर जिस दिन आप रिटायर हो रहे हैं, तब तक आपको यह सोचना चाहिए कि आप अपनी टीम को, अपने साथियों को क्या देकर जा रहे हैं। आपका संस्थान पूरे वक्त आपके फोकस में होना चाहिए। जैसे मैं देश के लिए सोचता हूं। अगर मेरा ध्यान केवल इस बात पर होगा कि मेरे कितने रन बने, मैंने कितने विकेट लिए, तो यह ठीक नहीं है। फोकस यह हो कि पूरी टीम अच्छा करे। चीजों को सहज रखिए, इसमें ना उलझें कि मेरा फायदा किसमें है। सफलता किसी एक की नहीं होती, पूरे संस्थान की होती है। इस बात को आप जितना जल्दी समझेंगे, खुद को सहज रखना उतना ही आसान होगा। यह जानने की कोशिश करें कि आप दूसरों से क्या अलग कर सकते हैं। आप में कुछ तो ऐसा होगा, जो दूसरों से अलग होगा। जिम्मेदारी लेंगे तो यह खूबी और निखरेगी। इससे आप टीम में अलग नजर आने लगेंगे। जिम्मेदारी आपको स्पेशल बनाएगी। आप खुद के बारे में नहीं सोचते हैं, टीम को साथ लेकर चलते हैं, तो यह खूबी लोगों का ध्यान आकर्षित करेगी। आप अपने आप एक खास स्थिति में आएंगे। लोगों की तारीफ आपको स्पेशल बनाएगी।
काम पर ध्यान दें, शेष अपने आप होगा
मेरे लिए क्रिकेट मूल में है। आपके लिए आपका काम केंद्र में होना चाहिए। मेरा अनुभव है कि मैंने केवल क्रिकेट पर ध्यान लगाया, बदले में क्रिकेट ने मेरी दूसरी चीजों का ध्यान रखा। आप भी काम पर फोकस कीजिए। काम अच्छा होगा... तो दूसरी चिंताएं करने की कोई जरूरत नहीं रह जाएगी।
क्रिकेट और जिंदगी एक समान लगते हैं
मुझे क्रिकेट हमेशा जीवन जैसा लगा। आज आपने शतक बनाया है, कल आप शून्य पर आउट हो सकते हैं। क्रिकेट आपको उड़ने नहीं देता, आज उड़ लें, कल जमीन पर होंगे। क्रिकेट से आप विनम्र होते हैं। विनम्रता जीवन में सबसे अहम है। अगर आप में विनम्रता आ गई तो जीवन आसान हो जाता है। छोटी-छोटी बातों पर फोकस करें, कड़ी मेहनत, अनुशासन, ईमानदारी... ये सब बातें विनम्र बनाएंगी।
(2020 में मंदिरा बेदी से बात करते हुए एमएस धोनी ने यह बातें कही थीं।)
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