1. चलते-चलते रास्ता भटकना निराशाजनक है, लेकिन लक्ष्य से भटकना तो अपराध है।
2. जीवन में आगे बढ़ना है, तो बदलाव और चुनौतियों का सामना जरूरी है।
3. दुःख हमें उदास करने या अपराध बोध महसूस कराने नहीं आता, सचेत करने और बुद्धिमान बनाने आता है।
4. कल गिर गए थे तो क्या हुआ, आज फिर खड़े हो जाइए।
5. हमें बदलाव और चुनौतियों का स्वागत करना चाहिए क्योंकि ये जीवन में आगे बढ़ने में मदद करते हैं।
6. जिस रास्ते पर सबसे कम रुकावटें हैं, वह असफल लोगों का रास्ता होता है।
7. यदि हम क्रोध को खत्म नहीं करेंगे तो वह हमें खत्म कर देगा।
8. हालात से तालमेल बैठाओ या खत्म हो जाओ... हर युग में प्रकृति का यही नियम है।
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