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कुछ लोग इतनी ऊंची आवाज़ में बात करते हैं कि लगता है कि चिल्ला रहे हैं। बेवजह उनसे लोग दूरी बनाने लगते हैं। कई बार तो वे जान भी नहीं पाते कि लोग उनसे बात करने से हिचकिचाते क्यों हैं। क्या आपको ऐसा महसूस हुआ है? हो सकता है परिवार या दोस्तों ने इसके लिए आपको टोका हो और आपने उनकी बात पर ग़ौर न किया हो। अगर ऐसा है, तो इसको बदला जा सकता है। ज़रा-सी ऊंची आवाज़ के कारण आप क्यों अलोकप्रिय हों? जानिए, क्या उपाय किए जा सकते हैं।
बोलें कम, सुनें ज़्यादा
कई बार अपनी बात रखने के लिए जल्दी-जल्दी बोलने की कोशिश भी आवाज़ ऊंची कर देती है और ये आदत बन जाती है। ऐसे में सामने वाले व्यक्ति की बात काटने के बजाय पूरी सुनें। इस बीच ये सोचें कि उनकी बात ख़त्म होते ही आपको क्या कहना है। इससे आपको अपनी बात रखने के लिए आवाज़ ऊंची करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
शोर से दूर रहें
शोर के कारण भी आवाज़ ऊंची हो सकती है। अक्सर बाज़ार, ऑफिस या टीवी चलने के दौरान जब बात करते हैं, तो आवाज़ दूसरे व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए ऊंची करनी पड़ती है। फिर धीरे-धीरे ये आदत बन जाती है और हम शांत माहौल में भी ज़ोर से बोलने लगते हैं। ऐसे में शोर वाले स्थान पर बात करने से बचें। अगर घर के अंदर शोर लग रहा है, तो उसे शांत करें और फिर बात करें। साथ ही कान में ईयरफोन लगाकर बात करने और सुनने की आदत भी बदल दीजिए।
मदद भी लें
अपने दोस्त और परिवार के सदस्यों से इसके लिए मदद ले सकते हैं। उनसे कहें कि जब भी आपकी आवाज़ सलीके की सीमा लांघे, तो वो आपको टोक दें। जब भी वे टोकें , तो बोलने की गति धीमी कर दें। हो सकता है कि ये कोशिश आपकी आवाज़ सामान्य स्तर पर लेकर आ जाए।
रियाज़ करें
ऊंची आवाज़ को सुधारने के लिए रोज़ रियाज़ भी कर सकते हैं। बहुत धीमा बोलने की कोशिश करें। इसके लिए अपनी आवाज़ रिकॉर्ड करके सुन सकते हैं ताकि यह समझ सकें कि असल में परेशानी कहां है। इसके मुताबिक़ अपनी आवाज़ में सुधार ला सकते हैं।
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