जलवायु परिवर्तन के कारण सर्दी का कहर:आर्कटिक की बर्फीली हवाओं से एशिया में रिकॉर्ड सर्दी, आगे भी ऐसा बार-बार होगा

2 महीने पहले
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अफगानिस्तान में बर्फ से ढंके इलाके में वॉलीबॉल खेलते लोग। - Dainik Bhaskar
अफगानिस्तान में बर्फ से ढंके इलाके में वॉलीबॉल खेलते लोग।

चीन के उत्तर पश्चिमी शहर मोहे में इस सप्ताह रिकॉर्ड माइनस दो डिग्री तापमान दर्ज किया गया। यह उसके इतिहास में सबसे कम तापमान है। 53 वर्षीय व्यवसायी झांग होंग ने बताया तीस साल में पहले कभी इतनी कड़ी सर्दी नहीं पड़ी थी। पिछले सप्ताह आर्कटिक से आई बर्फीली हवाओं ने चीन, जापान और कोरिया उपमहाद्वीप में करोड़ों लोगों को प्रभावित किया है।

भीषण ठंड के कारण चीन में सबसे महत्वपूर्ण त्योहार लुनार नव वर्ष पर पानी फिर गया है। समूचे दक्षिण एशिया में जबर्दस्त ठंड पड़ रही है। जनवरी के मध्य में भारत के कई राज्य ठंड से ठिठुर गए थे। अफगानिस्तान के कई इलाकों में पारा माइनस एक डिग्री तक नीचे पहुंच गया था। वहां जनवरी के दूसरे सप्ताह तक ठंड से 162 व्यक्तियों की मौत हो गई थी। वैज्ञानिकों का कहना है, पिछले माह अमेरिका में सर्दी का कहर ढाने वाले तथाकथित पोलर वोर्टेक्स के कारण एशिया में ऐसी स्थिति बनी है। धरती के उत्तरी ध्रुव के पास आर्कटिक की ठंडी हवाओं के आगे बढ़ने की स्थिति को पोलर वोर्टेक्स कहते हैं।

आमतौर पर यह आर्कटिक तक रहता है। लेकिन कभी-कभार उत्तरी ध्रुव से दक्षिण की ओर चला जाता है। तापमान बढ़ने से पोलर वोर्टेक्स दक्षिण की ओर जा सकता है। ऐसा प्राकृतिक रूप से होता है। लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है, पृथ्वी के गर्म होने से पोलर वोर्टेक्स की स्थिति बार-बार बनेगी। इसका प्रभाव भी बढ़ेगा। जलवायु परिवर्तन पर अंतरदेशीय पैनल (आईपीसीसी) की पिछले साल जारी एक रिपोर्ट में बताया गया कि 1950 के बाद दुनिया मेें कड़ी ठंड पड़ने की स्थितियां कम रही हैं। पहले के मुकाबले से तापमान में गिरावट भी कम होने लगी है। दूसरी ओर पैनल वर्किंग ग्रुप के वाइस चेयरमैन हाउडेन का कहना है, दरअसल, दुनिया के कई हिस्सों में बहुत अधिक ठंड पड़ रही है। मौसम के तेवर बेहद तीखे हुए हैं। इसलिए प्रचंड गर्मी और भीषण सर्दी पड़ रही है । एशिया में सबसे अधिक कड़ी सर्दी अफगानिस्तान में पड़ी है। आपदा प्रबंधन मंत्री ने बताया कि 10 जनवरी के बाद हुई 162 में से आधी मौतें पिछले सप्ताह हुई हैं। पिछले दस साल की सबसे कड़ाके की ठंड उस समय आई है जब कई स्वयंसेवी संगठनों ने सहायता अभियान बंद कर दिया है।

तालिबान सरकार द्वारा सहायता कार्यों में महिलाओं के शामिल होने पर रोक लगाने के विरोध में संगठनों ने ऐसा किया है। संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ्स ने बताया कि अफगानिस्तान में 60 लाख लोगों के भूख से मरने की नौबत आ सकती है। उधर, जापान में इस सप्ताह ठंड से तीन मौतें हो चुकी हैं। उत्तर कोरिया में 23 साल की सबसे भयानक सर्दी चल रही है। दक्षिण कोरिया में समुद्र तट बर्फ से जम चुके हैं।

बहुत अधिक गर्म हवाओं ने ठंड को एशिया की ओर खींचा
कोरिया मौसम विज्ञान प्रशासन में मौसम विज्ञानी वू जिन क्यू का कहना है, इस माह पोलर वोर्टेक्स ने आर्कटिक की बर्फीली हवाओं को मध्य एशिया की तरफ बढ़ाया है। इसके बाद धीरे-धीरे यह पूर्व की ओर बढ़ा है। पश्चिम से चले तेज हवाओं के घेरे ने पूर्व क्षेत्र को प्रभावित किया है।

ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी में जलवायु, ऊर्जा और आपदा प्रबंधन इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर मार्क हाउडेन का मत है, एशिया में अभी हाल पड़े सूखे और गर्मी की वजह से क्षेत्र में तापमान पर असर पड़ा है। अधिक गर्म हवाओं ने पोलर वोर्टेक्स का रुख बदला है। उनका कहना है, पोलर वोर्टेक्स अगले कुछ सप्ताहों में उत्तर अमेरिका की ओर बढ़ सकता है।

माइक इव्स, जॉन यून

© The New York Times

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