दो साल के उफान के बाद उतार की शुरुआत:अमेरिका: ब्याज दर बढ़ने से मकानों की बिक्री में गिरावट

एक वर्ष पहले
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अमेरिकी सेंट्रल बैंक-फेडरल रिजर्व के मार्च में प्रमुख ब्याज दर बढ़ाने का असर प्रॉपटी बाजार पर पड़ा है। महंगाई पर काबू पाने के लिए दरों में बढ़ोतरी की गई है। बैंक ने दरों में आगे और अधिक वृद्धि का संकेत दिया है। मकानों के लिए बैंकों और वित्तीय संस्थाओं से कर्ज की ब्याज दर पांच प्रतिशत हो गई है। यह साल की शुरुआत में तीन प्रतिशत थी।

इससे आवास ऋण पर मकान खरीदना महंगा हो गया है। इसके अलावा पिछले दो वर्षों में मकानों के मूल्य तीस प्रतिशत बढ़े हैं। कई खरीदारों ने मकान खरीदने का इरादा छोड़ दिया है। घरों के लिए ऑनलाइन सर्च कम हो गई है। बिल्डरों का कहना है, बढ़ी ब्याज दरों के कारण उन्हें मकान बेचने के लिए लोगों की तलाश करना पड़ रही है। हाउसिंग रिसर्च फर्म जैलमेन एंड एसोसिएट्स के नए सर्वे में पाया गया कि बिल्डरों के पास अब भी मकानों के लिए मांग आ रही है। लेकिन, पहले से बुक मकानों को रद्द करने की संख्या काफी बढ़ गई है। जेलमेन के प्रमुख आईवी जैलमेन का कहना है, बिल्डर मकानों के मूल्य और ब्याज दर बढ़ने से चिंतित हैं। पिछले दो वर्ष तक मकानों की जबर्दस्त मांग के बीच एजेंट हर सप्ताह नए सिरे से मूल्य तय करने और कई तरह के ऑफर देने के आदी हो गए थे। महामारी के बीच लोगों के दूसरी जगह पर बसने से मकानों की मांग बढ़ी थी। लेकिन,अब यह उतार पर है। फाइनेंस कंपनी रेडफिन में मुख्य अर्थशास्त्री डेरिल फेयरवैदर कहते हैं, मूल्य बढ़ने के कारण महंगे तटीय शहरों में बहुत लोग अब मकान खरीदने की स्थिति में नहीं रह गए हैं। खासकर पश्चिमी तट पर हाउसिंग बाजार में गिरावट के संकेत एकदम साफ हैं।

कोनोर डोहर्टी, जिएना स्मियालेक
© The New York Times