अब सड़क पर नहीं होगी किसी जानवर की मौत, इन्होने खोजा ये यूनिक तरीका

5 वर्ष पहले
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मुंबई. शहरों में एक्सीडेंट का शिकार हुए ज्यादातर स्ट्रीट एनीमल्स की डेथ सही समय पर मेडिकल हेल्प नहीं पहुंचने की वजह से होती है। इन जानवरों तक डॉक्टर्स पहुंचाने के लिए मुंबई के एक आईटी ग्रैजुएट ने अमेजिंग मोबाइल ऐप तैयार किया है। कैसे काम करता है यह ऐप...    

 

- मुंबई के माटुंगा के रहने वाले 26 वर्षीय यश सेठ ने घायल, बंधक और बीमार जानवरों को बचाने के लिए 'Let it Wag' नाम से मोबाइल ऐप तैयार किया है।
- इस ऐप में एनिमल लवर्स, वेटनरी डॉक्टर्स और जानवरों के हितों के लिए काम करने वाली एनजीओ के लोग बतौर मेंबर्स जुड़े हुए हैं।  
- इसके जरिए आप कहीं से इसमें जुड़े मेंबर्स को बीमार और घायल जानवरों की जानकारी, रियल टाइम लोकेशन और फोटोज के साथ भेज सकते हैं।
- जानकारी मिलते ही सबसे पास के मेंबर के पास अलर्ट जाएगा और वह हेल्प के लिए पहुंच जाएगा। इस तरह से सही समय पर एक बेजुबान की जान बचाई जा सकती है। 

 

इस ऐप के जरिए जानवर को गोद ले सकते हैं
- 'Let it Wag' यह फिलहाल एंड्राइड ऐप है। इस गूगल प्ले स्टोर पर फ्री में डाउनलोड किया जा सकता है।
- अगर आप सही में एनिमल लवर हैं तो इस ऐप के सहारे आप एक बेजुबान को गोद भी ले सकते हैं।
- कुछ ही महीने में यह ऐप बहुत पॉपुलर हो गया है। गूगल प्ले स्टोर पर इसे 4.8 रेटिंग दी गई है।

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