शहर में तवा नदी का पानी लाने के लिए पाइप लाइन के विस्तार का काम लोगों के लिए अब परेशानी बन गया है। कंपनी ने सड़क खोदकर छोड़ दी हैं। कई स्थानों पर तो सड़क को बीच से खोद दिया है। पाइप डालने के बाद उसकी फिलिंग तक नहीं की जा रही।
करीब 90 करोड़ रुपए की पेयजल योजना का काम चल रहा है। योजना बाह्य वित्त पोषित होने के कारण नपा के हस्तक्षेप से बाहर है। मगर, नगरीय प्रशासन विभाग ने इसके लिए टाटा कंसल्टेंसी को मॉनीटरिंग के लिए रखा है। सभी 36 वार्डों में कंपनी 130 किमी क्षेत्र में पानी सप्लाई लाइन बिछाएगी। 26 मिलियन लीटर पानी क्षमता वाला इंटकवेल। इससे सटा हुआ 20 मिलियन लीटर क्षमता वाला वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तैयार हो रहा है। लेकिन कंपनी ब्रांच पाइप लाइन बिछाने में मनमानी बरत रही है। मंगलवार को भाजपा के जिला मंत्री रंजीत सिंह, कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष तिरुपति एरुलू और व्यापारी संघ अध्यक्ष विनय मालवीया ने इसकी शिकायत सीएमओ से की। सीएमओ सीके मेश्राम ने इस मामले को लेकर लक्ष्मी इंजीनियरिंग के साइट इंचार्ज से चर्चा की तो वे जवाब नहीं दे पाए। रंजीत सिंह और विनय मालवीया ने काम के 15 दिनों में टेस्टिंग कर उखड़ी सड़क का सुधार करने की बात रखी। मगर, कंपनी के इंचार्ज मानने को तैयार नहीं थे। वे एक रट लगाए हुए थे जैसा ले-आउट मिलेगा वैसा ही काम होगा।
सारनी। हास्पिटल कॉलोनी पाथाखेड़ा में इस तरह से खुदाई कर छोड़ दिया है। रास्ता चलने लायक नहीं है।
हॉस्पिटल कॉलोनी में समस्या
पाथाखेड़ा की हाॅस्पिटल कॉलोनी में कंपनी तीन दिनों से काम कर रही है। यहां की सड़क पहले से ही संकरी थी। डब्ल्यूसीएल के दोनों और आवास होने के कारण वाहन निकल पाना मुश्किल था। अब सड़क खोद दी और इसे तरीके से भरा भी नहीं। मिट्टी सड़क पर है और आवासों में घुस रही है। सुधार करने वाला कोई नहीं।
एबी टाइप में भी गड्ढा खोदकर भूली कंपनी
व्यापारी संघ अध्यक्ष विनय मालवीया ने बताया एबी टाइप कॉलोनी में भी कमोबेश यही स्थिति है। सुपर सी कॉलोनी के पास कंपनी ने गड्ढा खोद रखा है। आवागमन का रास्ता नहीं है। लोग परेशान हो रहे हैं। सुरक्षा टेप भी नहीं लगाया।
सुधार करने को कहा है