रेलवे द्वारा क्रू सिस्टम में काम कर रहे रेलवे गार्ड से निर्धारित से ज्यादा समय का काम लिया जा रहा है। इस कारण कर्मचारी थक रहे हैं। कर्मचारियों का मानना है कि थकान भरी हालत में काम करने से उन्हें गलतियां होने का डर सताता है। ऐसे में दुर्घटनाओं का डर रहता है। रेलवे की सुरक्षा भी खतरे में पड़ जाती है। कई बार मना करने के बाद भी रेलवे के सीनियर डिविजनल आॅपरेशन मैनेजर मान नहीं रहे हैं। इस बात से नाराज एक दर्जन से ज्यादा गार्ड ने शुक्रवार की रात जंक्शन की ड्राइवर अाैर गार्ड लाॅबी के सामने हंगामा किया। प्रदर्शनकारियों ने गुड्स ट्रेन को निर्धारित समय में पूरा होने के कारण आगे ले जाने से मना कर दिया। इसके बाद स्थानीय प्रशासन ने नए गार्ड की ड्यूटी लगाकर ट्रेन नागपुर रवाना की। प्रदर्शनकारियों ने रात करीब 10ः30 बजे स्टेशन प्रबंधक एसके मिश्रा को अपनी समस्या का आवेदन दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सीनियर डीओएम के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
आक्रोश : प्रदर्शनकारियों ने सीनियर डीओएम के खिलाफ की नारेबाजी
ट्रेन आगे ले जाने से किया इनकार
प्रदर्शनकारी गार्ड के अनुसार इटारसी से आमला के बीच 6 घंटे का समय पूरा होने पर नए गार्ड को ट्रेन आमला से नागपुर ले जाने का नियम है, लेकिन रेलवे के सीनियर डिविजनल अाॅपरेशन मैनेजर इस अवधि के बाद भी गार्ड को नागपुर तक गुड्स ट्रेन ले जाने का दबाव बना रहे हैं। प्रदर्शनकारियों के अनुसार जब भी इटारसी से नागपुर के बीच 6 घंटे की काम की अवधि पूरी होती है। तब लोको पायलट और सहायक की ड्यूटी तो बदली जाती है, लेकिन गार्ड से नागपुर तक काम करवाया जाता है, जो गुड्स ट्रेन 75 किलोमीटर प्रति घंटे से कम स्पीड से चलती है, उसमें आमला जंक्शन पर स्टाफ बदलने का प्रावधान है, लेकिन इसकी भी अनदेखी रेलवे के अधिकारी कर रहे हैं।
अामला। प्रदर्शन करते हुए गार्ड।
आमला से बदलना पड़ा स्टाफ
शुक्रवार को नागपुर से इटारसी ट्रेन लेकर जा रहे गुड्स गार्ड ने शाम करीब 4 बजे आमला ट्रेन पहुंचने के बाद आगे जाने से मना कर दिया। गार्ड ने इसका कारण आमला पहुंचने से पहले ही 6 घंटे पूरे होना बताई। इसके बाद मैनेजमेंट को यहां से दूसरे गार्ड की ड्यूटी लगाकर ट्रेन को आगे रवाना करना पड़ा। रात करीब 10 बजे गार्ड की समस्या सुनने के बाद दर्जनभर से ज्यादा गार्ड इकट्ठा हुए और सीनियर डीओएम के खिलाफ नारेबाजी की। स्टेशन प्रबंधक को स्टेशन बुलाकर उन्हें ज्ञापन सौंपकर अपनी समस्या बताई। स्टेशन प्रबंधक एसके मिश्रा ने वरिष्ठ अधिकारियों से मामले में बातचीत करने का भरोसा दिया इसके बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ।
डीओएम कर रहे मनमानी
प्रदर्शनकारी प्रवेश कुमार, यूके देशमुख, वरुण कुमार, आरके मिश्रा आदि का कहना है कि एनआरएमयू पदाधिकारियों के साथ ज्वाइंट मीटिंग में यह तय हुआ था कि कर्मचारियों से 6 घंटे से ज्यादा काम नहीं लेंगे। इसके बाद भी रेलवे यह समझौता तोड़ रहा है। मामले में सीनियर डीओएम श्रीवास्तव अपनी मनमानी कर रहे हैं। इस बात को लेकर कर्मचारियों में नाराजगी है।
वरिष्ठ कार्यालय को भेज रहे पत्र