आठनेर | ब्लाॅक क्षेत्र के ग्राम हिड़ली, सूकी, आष्टी, पानबेहरा, गारगुड़ केलबेहरा में मक्के की फसल पर फाल आर्मी वर्म कीट का प्रकोप फसलों को सड़न रोग लगने लगा है। क्षेत्र के किसानों ने फसलों को बचाने के लिए कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करने में लगे हुए हैं। क्षेत्र के किसान धनराज गावंडे, गौरीशंकर आर्य, गोपाल आजाद, प्रदीप जितपुरे, कृष्णकांत अनघोरे ने बताया सोयाबीन मक्के की फसल पर इल्लियों के प्रकोप है। किसान दवाई के लिए कृषि विभाग और संबंधित सर्वेयर के पास दवाई के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन विभाग के पास दवाई उपलब्ध नहीं होने कारण कीटनाशक दुकानों से महंगे दाम पर खरीदने काे मजबूर है। सुनील टेकपुरे, राजू साहू, ज्ञानदेव गावड़े ने बताया कि मार्केट में कोरोजन फेम दवाइयां महंगे दाम पर प्राइवेट दुकानों से खरीदना पड़ रहा है। कृषि विभाग के अधिकारी भी प्रभावित इलाकों के खेतों का निरीक्षण कर क्षेत्रीय पटवारियों के माध्यम से जानकारियां प्राप्त कर रहे हैं। इधर कृषि विभाग ने कीटनाशक दवाई के लिए विभाग को डिमांड भेजी है, लेकिन एक महीने से विभाग में दवाइयां उपलब्ध नहीं हैं। ऐसी स्थिति में किसानों को फसलों को बचाने के लिए महंगी दवाई खरीदना मजबूरी है। नगर के प्रदीप झोड़, मृदुल जायसवाल, नंदकिशोर अमरूते ने बताया समय पूर्व फसलों पर कीटनाशक की आवश्यकता है। विभाग तत्काल किसानों की समस्या को ध्यान में रखकर दवाइयां उपलब्ध कराएं। किसानों के सामने आर्थिक परेशानी खड़ी हुई है। महंगे दाम पर दवाइयां खरीद कर फसलों पर डाली जा रही है।
डिमांड के अनुसार उपलब्ध नहीं हुए कीटनाशक
कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार ब्लॉक के किसानों को कीटनाशक दवा उपलब्ध कराने के लिए दवाई की डिमांड भेजी है, लेकिन अभी तक कितना स्टाॅक दवाई का उपलब्ध नहीं हो पाया है। इस कारण किसानों को दवाई वितरण में समस्या हो रही है। विभाग के अधिकारियों ने भी माना है कि फसलों पर इल्लियों का प्रकोप ज्यादा मात्रा में फैल रहा है।

क्षेत्र में मक्का और सोयाबीन की फसलों पर कीट का प्रकोप है। दवाई की डिमांड जिला कार्यालय को भेजी है। दवाई मिलने पर किसानों को कीटनाशक दवाई उपलब्ध कराई जाएगी। गोपाल साहू, वरिष्ठ कृषि अधिकारी आठनेर