पोषण के 500 रुपए के लिए परेशान सवा लाख टीबी मरीज, 5 माह से नहीं मिला एक भी पैसा, अब तक 20 से 25% को ही मिल पाई पहली किस्त
प्रदेश के सवा लाख से ज्यादा रजिस्टर्ड टीबी मरीज पिछले चार माह से अपने हक के पैसे के लिए परेशान हो रहे हैं। दरअसल, सरकार टीबी मरीजों को पोषण आहार के लिए हर माह 500 रुपए देती है, लेकिन सॉफ्टवेयर में आई तकनीकी समस्या के चलते अगस्त से मरीजों के अकाउंट में पैसा नहीं पहुंचा है। िजलों के अधिकारी और कर्मचारी, जहां सॉफ्टवेयर की खराबी को इसकी वजह बता रहे हैं तो वरिष्ठ अधिकारी इस मामले को छिपाने के प्रयास में लगे हैं। टीबी मरीजाों को दवाइयों के साथ-साथ अच्छे पोषण आहार की जरूरत को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने इसी साल मार्च में पोषण के लिए अलग से पैसा देने की घोषणा की थी। मप्र में जनवरी से रजिस्टर्ड सभी मरीजों को यह पैसा मिलना था। हालांकि अफसरों की लापरवाही के चलते इनमें से आधे मरीजों को भी पोषण अाहार नहीं मिल पाया है।
हकीकत... भोपाल में 4800 टीबी पेशेंट, पैसा मिला सिर्फ 450 को ही
समाधान खोजने की जगह राशि रोक ली
जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए सॉफ्टवेयर ‘निक्षय’ में कुछ तकनीकी दिक्कत है। ‘निक्षय’ में दिख रही लिस्ट जिलों के मरीजों की लिस्ट से मैच नहीं हो रही थी। भोपाल जिले के मरीजों की लिस्ट में होशंगाबाद और विदिशा के भी मरीज दर्ज थे। यही स्थिति सागर, वििदशा एवं दूसरे जिलों की भी है, लेकिन अफसरों ने इसका समाधान खोजने की जगह जिलों को पेमेंट रोकने के मौखिक आदेश दे दिए। हालांकि इसी माह आए ‘निक्षय’ के नए वर्जन के बाद अब पेमेंट होने की संभावना बढ़ गई है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक भोपाल जिले में कुल 4 हजार 800 टीबी मरीज रजिस्टर्ड हैं। इनमें से लगभग 450 मरीजों को ही जुलाई और अगस्त के बीच पहली किस्त जारी की गई थी। बुधवार को भोपाल के 1 हजार 135 मरीजों के अकाउंट में एक हजार रुपए की पहली किस्त डाली गई है, लेकिन तीन हजार से ज्यादा मरीजों को अभी भी पैसों का इंतजार है। वहीं सागर में भी दो हजार से ज्यादा मरीजों को पांच माह से पैसा नहीं मिला है। सागर के क्षय नियंत्रण अधिकारी डॉ. सुनील जैन कहते हैं कि बीते बुधवार को ही 266 मरीजों के अकाउंट में पैसा जमा कराया गया है।
बैठक में निर्णय, मरीजों तक जल्द पहुंचाएं पैसा
इस मामले में मरीजों और उनके परिजनों की ओर से आ रहीं शिकायतों को देखते हुए गुरुवार को भोपाल के जिला क्षय कार्यालय में एक बैठक हुई। भोपाल के क्षय नियंत्रण अधिकारी डॉ. मनोज वर्मा की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में जिले के सभी टीबी पेशेंट तक जल्द से जल्द पैसा पहुंचाने के लिए बात हुई है। डॉ. वर्मा ने सभी सुपरवाइजरों को आदेश दिया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र के ऐसे मरीजों की जानकारी कार्यालय को भेजें, जिन्हें अभी तक एक भी किस्त नहीं मिल पाई है।
दो अफसर, दो जवाब और दोनों अलग-अलग
सब को समय से मिल रहा है पैसा
ऐसी कोई बात नहीं है। सभी मरीजों को समय से पैसा मिल रहा है। मेरे पास तो अभी तक ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है। हो सकता है कि किसी एक जिले में यह समस्या आ रही हो। - डॉ. एसएस भूषण, उपसंचालक, राज्य क्षय नियंत्रण शाखा, भोपाल
यह परेशानी तो पूरे प्रदेश में है
यह दिक्कत अकेले सागर की नहीं, बल्कि पूरे मध्यप्रदेश की है। सॉफ्टवेयर में आई दिक्कत के चलते पिछले चार-माह से टीबी के मरीजों का पेमेंट रुका हुआ था, लेकिन अब सॉफ्टवेयर ठीक हो गया है। कल ही हमने 266 मरीजों को पेमेंट किया है। - डॉ. सुनील जैन, जिला क्षय नियंत्रण अधिकारी, सागर