- करोंद के मुरली नगर में हादसा... गनीमत रही कि उस वक्त कुएं के आसपास कोई नहीं था
- क्यों हुआ... बड़े-बड़े चूहे लंबे समय से पोली कर रहे थे जमीन, बारिश के कारण धंस गई
- क्षेत्र के हर घर तक असर... क्योंकि 4 ट्रांसफाॅर्मर बंद, 18 घंटे बाद भी 640 घरों में बिजली नहीं
भोपाल. मुरली नगर में शनिवार तड़के करीब 4 बजे एक कुएं के आसपास की मिट्टी धंसक गई... अचानक धमाका हुआ और कुएं की मुंडेर से तीन फीट दूर लगे दो ट्रांसफार्मर उसमें समा गए। इससे करीब 640 घरों की बिजली गुल हो गई। 15 से अधिक परिवारों का रास्ता बंद हो गया। इससे अभी 4 मकानों के ढहने का खतरा भी बना हुआ है। रहवासियों के मुताबिक इस कुएं में सालों से कचरा डाला जा रहा था। यहां बड़े-बड़े चूहे भी थे, जिन्होंने जमीन काे खोखला कर दिया था। ऐसे में लगातार हुई बारिश से जमीन धंस गई।
तड़के 4 बजे बिजली कर्मचारी मुरली नगर के ट्रांसफाॅर्मर का फाल्ट सुधारने गए थे। जब इस फाल्ट को दुरुस्त कर लाइन को दोबारा चालू किया तो कुछ ही देर बाद दोबारा वहीं फाल्ट हुआ। कर्मचारी ने लाइन चालू की, लेकिन लाइट चालू नहीं हुई। टीम को मौके पर भेजा गया तो मुरली नगर और शिव नगर समेत तीन कॉलोनियों के बीच बिजली के पोल उखड़े मिले। यहां पर कुएं के पास लगे 200-200 किलो वॉट के दो ट्रांसफाॅर्मर कुएं में पड़े हुए थे।
अफसरों को कुएं के खतरे के बारे में बताया था :
रहवासी पप्पू सलमानी ने बताया कि कई बार जनप्रतिनिधियाें और निगम के अफसरों से कुएं को भरने की गुहार लगाई थी, लेकिन किसी ने हमारी बात नहीं सुनी। निगम के जाेनल अधिकारी राजेंद्र अहिरवार ने बताया कि ऐसी काेई शिकायत नहीं मिली है।
यह हादसा दिन में होता ताे 20 लोगों की जान चली जाती
सुबह करीब 4 बजे रहे थे। मैं टीवी देख रही थी तभी लाइट चली गई। कुछ देर में बाद लाइट आई और जोर से धमाका हुआ। लगा जैसे भूकंप आ गया हो। घर के बाहर आई तो देखा बाजू में बहुत बड़ा गड्ढा था। बिजली के तार चारों तरफ फैले हुए थे। जहां मिट्टी धंसी वहां कुआं था, जिसमें लोग कचरा डालते थे। यहां पर चूहे भी काफी हैं। कई बार इस कुएं को भरने की शिकायत की लेकिन अफसरों ने एक न सुनी। अगर यह हादसा दिन के समय हुआ होता तो कम से कम 20 लोगों की जान जाती।