आजाद अध्यापक शिक्षक संघ दमोह ने बुधवार को एसडीएम को मासिक वेतन भुगतान के कराने ज्ञापन दिया।
जिलाध्यक्ष मुकेश सराफ ने कहा कि दमोह कलेक्टर का सख्त निर्देश एवं लिखित आदेश हैं कि कर्मचारियों का वेतन भुगतान 1 से 5 तारीख के बीच हो जाना चाहिए, इसके बाद भी अधिकारियों की मनमानी के चलते बीते फरवरी माह से हर महीने अध्यापक शिक्षक संवर्ग की वेतन 20 तारीख से 30 तारीख के बीच में हो रही है। जो कलेक्टर के आदेश की अवहेलना है। ऐसे लापरवाह अधिकारियों पर अनुशासन कार्रवाई की जाए और वेतन भुगतान की व्यवस्था दुरुस्त कराई जाए। यदि ऐसी व्यवस्था चलती रही तो हम लोगों को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। हाल ही में अगस्त माह में 12 अगस्त को ईद एवं 15 अगस्त को रक्षाबंधन की मुख्य त्योहार है, इसके बाद भी आज दिनांक तक वेतन का भुगतान नहीं हुआ, जबकि ऐसी स्थिति में कर्मचारियों को अपनी दैनिक व्यवस्था बनाने के लिए उधार लेने पर विवश होना पड़ता है। यह कर्मचारी अधिकारियों को ध्यान रखना चाहिए कि मुख्य त्यौहार पर वेतन का भुगतान शीघ्र होना ही चाहिए। ज्ञापन देने में मदन तंतवाय, श्यामाचरण खिरा, आनंद विश्वकर्मा, रमेश नायक सहित अनेक अध्यापक मौजूद थे। खमरिया व बम्होरी संकुल में बाबू की लापरवाही से नहीं मिला वेतन: जिले के खमरिया एवं बम्होरी माला संकुल केंद्र में पदस्थ बाबू की लापरवाही के चलते 250 से अधिक अध्यापकों का वेतन अब तक नहीं हुआ है। जिससे इस क्षेत्र के सभी अध्यापकों को रक्षाबंधन का त्यौहार बिना वेतन के ही मनाना पड़ेगा। अध्यापकों ने बताया कि यहां पर पदस्थ लिपिक को दो-दो संकुलों का प्रभार सौंप दिया गया है, जिसके चलते बाबू द्वारा मनमाने तरीके से काम किया जा रहा है। जिससे अध्यापकों का वेतन नहीं मिल पाया।