केंद्रीय विद्यालय के नन्हे बच्चों ने जल संरक्षण व स्वच्छता को लेकर मॉडल के माध्यम से संदेश दिया। बच्चे रैन वाटर हार्वेस्टिंग का मॉडल बनाकर अपने साथ लाए थे। प्राथमिक स्तर की कक्षाओं के बच्चों ने जब मॉडल के माध्यम से पानी को सहेजने का संदेश दिया तो उपस्थित लोग प्रभावित हुए बिना नहीं रह पाए।
केंद्रीय विद्यालय धार में शुक्रवार को जल संरक्षण व स्वच्छता के प्रति बच्चों को जागरुक करने के लिए नगर पालिका ने कार्यक्रम आयोजित किया था। प्रतियोगिता में बच्चों ने वाटर हार्वेस्टिंग के 13 मॉडल बनाए। नपा के पीयूष जोशी ने कहा शहर को साफ सुथरा रखने के लिए नगर पालिका सतत प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि इसमें नपा के साथ ही शहर के प्रत्येक नागरिक का योगदान जरूरी है। शहरवासी जागरूक होंगे तभी हम इस अभियान में सफल हो सकेंगे। इसी को ध्यान में रखते हुए हमने केंद्रीय विद्यालय में जल संरक्षण और सफाई को लेकर कार्यक्रम आयोजित किया था। छोटे बच्चों ने भी इसमें उत्साह से भाग लिया और रैन वाटर हार्वेस्टिंग को लेकर मॉडल बनाए और प्रदर्शित किए। बेस्ट मॉडल को पुरस्कृत भी किया गया।
इन्हें जीता पुरस्कार : वाटर हार्वेस्टिंग मॉडल में राजवीर जायसवाल प्रथम, वैदिक जामलिया द्वितीय व वैभव सिंगारे को तृतीय पुरस्कार दिया गया। इस अवसर पर केंद्र विद्यालय के प्राचार्य बृजेश पाल, आनंद अय्यर सहित स्टाफ व बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद थे।
इस प्रकार रैन वाटर हार्वेस्टिंग का मॉडल लेकर बच्चे स्कूल पहुंचे।
नपा की वेस्ट मैनेजमेंट टीम ने दिया सफाई का संदेश
नगर पालिका परिषद एवं डिवाइन वेस्ट मैनेजमेंट टीम द्वारा द्वारा बच्चों को वाटर हार्वेस्टिंग एवं स्वच्छता का संदेश दिया गया। इस मौके पर केंद्र विद्यालय के प्राचार्य बृजेश पाल एवं आनंद अय्यर सर ने पाली का टीम का आभार माना। नगर पालिका परिषद धार के इस विशेष जुड़ाव के लिए धन्यवाद दिया। भविष्य में इस प्रकार की गतिविधियों के लिए टीम को निमंत्रित किया जाएगा।
पॉलिथीन का उपयोग न करने का संदेश दिया
कार्यक्रम में एक बोर्ड पर पॉलिथीन का उपयोग न करने का संदेश भी िलखा गया था। साथ ही पॉलिथीन के दुष्परिणामों से भी यहां आए लोगों को अवगत कराया गया। छोटे बच्चों से इसकी जानकारी प्राप्त करने पर लोगों ने बच्चों को सराहा। पीयूष जोशी ने कहा कि पॉलिथीन के कारण भी प्रकृति का काफी नुकसान होता है। साथ ही इससे प्रदूषण भी फैलता है। इसका संदेश बच्चों ने दिया कि पॉलिथीन का उपयोग न कर प्रकृति को बचाएं।