ग्वालियर| आप वैभव पाकर दूसरों की नजरों में उठ सकते हैं, सम्माननीय हो सकते हैं पर अपनी आत्मा आपको कितना सम्मानित करती है सोचना। दूसरों की नजरों में उठना पर अपनी आत्मा की नजरों में कभी मत गिरना। यह विचार मुनिश्री विहसंत सागर ने मंगलवार को आनंद नगर स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर के वार्षिकोत्सव के समापन पर धर्मसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। इस अवसर पर मुनिश्री विश्वसूर्य सागर महाराज भी मौजूद थे। जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि इस मौके पर रथयात्रा भी निकाली गई।