ब्लॉक में स्वास्थ्य विभाग दस्तक अभियान चला रहा है। इसके तहत अब तक 72 बच्चों में कुपोषण मिला है। इसके अलावा तीन बच्चों में संक्रमण और 19 में खून की कमी पाई गई। इस स्थिति में बच्चों के लिए चलाई जा रही योजनाओं पर सवाल उठ रहे हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार विकासखंड के 5529 बच्चों की रिपोर्ट आ चुकी है। इनमें 4587 बच्चों को विटामिन ए की दवा दी। 5227 बच्चों को ओआरएस पैकेट दिए, 72 बच्चे कुपोषित मिले, 3 बच्चों में संक्रमण मिला और 19 बच्चों में खून की कमी पाई गई। एक बच्चे में खून की गंभीर कमी मिली है। 16 बच्चे अन्य बीमारियों से ग्रसित मिले। 11 बच्चों में जन्मजात विकृति मिली। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अभियान में 29 एएनएम, 201 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, 157 आशा कार्यकर्ताओं के स्टाफ को लगाया है। विभाग के कर्मचारी, आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता काम कर रही हैं।
टिमरनी। अभियान के तहत बच्चे को दवा पिलाती एएनएम।
20 जुलाई तक चलेगा अभियान : अभियान की शुरुआत 10 जून से की जाे 20 जुलाई तक चलेगा। इस अभियान के मुख्य उद्देश्य अंतर्गत 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में बचपन में हाेने वाली बीमारियों की समुदाय स्तर पर सक्रिय पहचान एवं त्वरित प्रबंधन करना ताकि बाल मृत्यु दर में कमी लाई जा सके। इसके लिए निर्धारित कार्ययोजना अनुसार एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व आशा कार्यकर्ताओंं का दल घर-घर जाकर बच्चों की जांच कर रहा है। इस अभियान को लेकर अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय की है। हालांकि लगातार 4 दिनों से क्षेत्र में हो रही बारिश के कारण दस्तक अभियान की गति धीमी हो गई है। खासतौर से ग्रामीण क्षेत्रों में पानी भराव की समस्या के कारण ड्यूटी पर लगे कर्मचारियों को संपर्क करने में समस्या आ रही है।

दस्तक अभियान में अभी तक 5529 बच्चों की रिपोर्ट आ गई है। अभियान में 72 बच्चे कुपोषित मिले हैं। जिन्हें पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराया है। इसके साथ ही अन्य बीमारियों से पीड़ित बच्चों को उपचार की सुविधा दी है। -डाॅ. एमके चौरे, बीएमओ
दस्तक अभियान में किसी तरह की कोताही नहीं करेंगे बर्दाश्त
राज्य टीकाकरण अधिकारी ने किया अस्पताल का निरीक्षण
खिरकिया| राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. संतोष शुक्ला ने शनिवार को सरकारी अस्पताल का निरीक्षण कर दस्तक अभियान की समीक्षा की। बच्चों के स्वास्थ्य से जुड़ा यह अति महत्वपूर्ण अभियान है। इसमें किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं करेंगे। जो भी कर्मचारी काम में लापरवाही बरत रहे हैं वे अभी भी संभलें। समय सीमा में अपने काम करें। वरना उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई होगी। लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों के वेतन काटने की कार्रवाई भी होगी। डॉ. शुक्ला ने कहा कि एएनएम, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर दस्तक देकर 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों के स्वास्थ्य की जांच कर टीकाकरण करें। कोई भी बच्चा टीकाकरण से वंचित न रहें। परिजनों से काउंसलिंग भी करें। ताकि उन्हें इस अभियान का महत्व भी पता लग सके। इस दौरान डॉ. शुक्ला ने अस्पताल के पोषण पुनर्वास केन्द्र, प्रसूति एवं जनरल वार्ड का निरीक्षण कर जरूरी निर्देश भी दिए। इस अवसर पर जिला टीकाकरण अधिकारी जेएस कुशवाह, नेशनल हेल्थ के कोल्ड चैन प्रबंधक एसआर पांडे, प्रभारी बीएमओ डॉ. प्रणव मोदी, बीईई प्रवीण दुबे, पोषण पुनर्वास केन्द्र प्रभारी मोनिका बारस्कर सहित अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे।
खिरकिया। पाेषण पुनर्वास केंद्र में निर्देश देते हुए डाॅ. शुक्ला।