इंदौर. नोटबंदी के बाद आयकर विभाग ने देशभर में 10 हजार से ज्यादा सर्वे और 1250 से ज्यादा छापे मारे। विभाग हर करदाता को शंका की नजर से देख रहा है, जो गलत है। यह बात दिल्ली के सीए कपिल गोयल ने शनिवार को इंस्टिट्यूट ऑफ चार्डर्ड अकाउंटेट्स ऑफ इंडिया की दो दिनी नेशनल कॉन्फ्रेंस के अंतिम दिन कही। उन्होंने कहा विभाग द्वारा मिलिट्री स्टाइल में छापा मारा जाता है जो करदाता के लिए असहनीय हो जाता है।
- विभाग के ही एक सर्कुलर के अनुसार छापे-सर्वे में अधिकारी को सबूत जुटाने चाहिए, लेकिन वे करदाता पर सरेंडर के लिए दबाव बनाते हैंै। करदाता पर तभी पेनल्टी लगा सकता है, जब यह साबित हो जाए कि उसने जो किया वह गलत मंशा से किया है। आरोग्य भारती की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य डॉ. चंद्रेश शुक्ला ने भी संबोधित किया।
जीएसटी पर केंद्र सरकार के फैसलों से राज्य बैकफुट पर
- मुंबई के सीए सुनील घाबवाला ने कहा हाल में केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी के माध्यम से ऐसे फैसले लिए जा रहे जो राज्य सरकार को बैकफुट पर धकेल रहे हैं। यदि इसमें जल्द सुधार नहीं किया तो इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
- आईसीएआई के पूर्व प्रेसीडेंट व सीए मनोज फड़नीस ने कहा जिन पर इंडियन अकाउंटिंग स्टैंडर्स लागू होंगे, उन्हें अपने काम का तरीका बदलना होगा। मुंबई के सीए यग्नेश देसाई ने कहा किराए के लिए रखी बिल्डिंग या जमीन को फिक्स्ड एसेट के तौर पर नहीं मानकर इनवेस्टमेंट प्रॉपर्टी माना जाएगा। स्वागत भाषण सीए अभय शर्मा ने दिया।
- कॉन्फ्रेंस में डायरेक्टर सीए केमिषा सोनी, सीए ब्रांच इंदौर के चेयरमैन सोम सिंघल, सीए पंकज शाह, सीए कीर्ति जोशी, सीए हर्ष फिरोदा, सीए आनंद जैन, सीए जयेश शाह, सीए नीलेश गुप्ता, सीए सोमेंद्र शर्मा आदि मौजूद थे।