- दिसंबर 2018 में विज्ञापन जारी कर कहा था कि अप्रैल 2019 में हाेगी प्रारंभिक परीक्षा
- 2019 में विज्ञापन जारी होने पर एक जनवरी 2020 के आधार पर होगी आयु की गणना जिससे कई छात्रों को होगा नुकसान
इंदौर. मप्र लोक सेवा आयोग द्वारा राज्य सेवा परीक्षा-2019 के विज्ञापन में हो रही देरी से नाराज छात्रों ने गुरुवार को प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया। छात्रों का कहना है कि एमपीपीएसी ने दिसंबर 2018 में विज्ञापन जारी कर कहा था कि अप्रैल 2019 में राज्य सेवा की परीक्षा आयोजित की जाएगी लेकिन इस संबंध में अब तक कोई विज्ञापन जारी नहीं किया गया है।

गुरुवार को सैकड़ो छात्रों ने पीएससी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में छात्रों ने बताया कि साल 2017 में एमपीपीएससी द्वारा परीक्षा योजना कैलेण्डर प्रकाशित कर यह जानकारी दी गई थी कि मप्र राज्य सेवा परीक्षा-2019 के लिए दिसंबर 2018 में विज्ञापन प्रकाशित कर फरवरी 2019 में प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।

इसके बाद एमपीपीएससी द्वारा दिसंबर 2018 में विज्ञप्ति जारी कर यह बताया गया था कि जनवरी 2019 में प्रारंभिक परीक्षा के लिए विज्ञापन जारी किया जाएगा और अप्रैल 2019 में परीक्षा आयोजित की जाएगी।
लेकिन 31 जनवरी तक एमपीपीएससी द्वारा कोई विज्ञापन जारी नहीं किया गया। इस संबंध में छात्रों द्वारा राज्यपाल एवं एमपीपीएससी सचिव को दो बार ज्ञापन भी दिया जा चुका है।

छात्रों का कहना है कि इस परीक्षा के लिए वे लंबे समय से तैयारी कर रहे हैं। यदि परिक्षा का विज्ञापन दिसंबर 2018 में जारी कर दिया जाता तो प्रतियोगियों की आयु की गणना एक जनवरी 2019 के आधार पर की जाती। अब विज्ञापन जारी होने पर आयु की गणना 1 जनवरी 2020 के आधार पर की जाएगी इससे प्रतियोगियों की आयु में एक माह से लेकर 11 माह की बढ़ोतरी हो जाएगी। इसका नुकसान कई प्रतियोगियों काे उठाना पड़ेगा।

छात्रों की मांग है कि एमपीपीएसी प्रारंभिक परीक्षा का विज्ञापन जल्द जारी किया जाए। और प्रतियोगियों की आयु की गणना 1 जनवरी 2019 के आधार पर ही कि जानी चाहिए।