- समाजजनों ने लालवानी से संसद में मुद्दे को उठाकर आरोपियों को सजा दिलवाने की भी अपील की
- सांसद बोले - धारा 370 लगाने को लेकर नेहरू जी से गलती हुई थी
Dainik Bhaskar
Aug 14, 2019, 04:01 PM ISTइंदौर. 1984 के सिख दंगों के आरोपियों के खिलाफ सिख समुदाय ने एक बार फिर से आवाज उठाई है। दंगों के आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग करते हुए सिख समाज ने प्रधानमंत्री मोदी के नाम खून से पत्र लिखा है। न्याय की गुहार लगाते हुए उन्होंने सांसद शंकर लालवानी को यह पत्र और प्रधानमंत्री मोदी का स्कैच भी सौंपा है। समाजजनों ने लालवानी से संसद में मुद्दे को उठाकर आरोपियों को सजा दिलवाने की भी अपील की।
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समाज के सीटू छाबड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के सच्चे सपूत हैं। हम प्रधानमंत्री जी से मांग करते हैं कि वे आतंकवाद को पूरी तरह से देश से समाप्त कर दें। साथ ही 1984 में हुए सिख दंगों में मारे गए हजारों बेगुनाह सिखों को न्याय दिलाएं। इसके लिए हमने प्रधानमंत्री जी के नाम खून से पत्र लिखा है। साथ ही पीएम और सांसद लालवानी का स्कैच भी बनाया है।
सांसद को सौंपे गए पत्र में मारे गए सिखों को न्याय दिलाने की मांग की गई है। वहीं, हिंदुस्तान में रह रहे देशद्रोहियों को देश से बाहर करने की भी अपील प्रधानमंत्री मोदी से की गई है। सांसद ने सिख समुदाय के इस पत्र को पीएम मोदी तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।
धारा 370 पर किया पूर्व सीएम का समर्थन
वहीं धारा 370 पर बात करते हुए सांसद लालवानी ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा धारा 370 लगाने के लिए जवाहर लाल नेहरू को कसूरवार ठहराने को सही करार दिया है। उन्होंने कहा की धारा 370 लगाने को लेकर नेहरू जी से गलती हुई थी, सभी रियासतों को इकट्ठा करने की जिम्मेदारी सरदार पटेल ने निभाई थी और कश्मीर की जिम्मेदारी नेहरू जी को दी गई थी, लेकिन उन्होंने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई।
लालवानी ने 1947 में युद्ध विराम के लिए जवाहर लाल नेहरू को कसूरवार ठहराया। लालवानी ने कहा की यदि जवाहर लाल नेहरू युद्ध विराम की घोषणा नहीं करते तो पाक अधिकृत कश्मीर आज भारत का हिस्सा होता। लालवानी ने कहा कि नेहरू और कांग्रेस की गलतियों को आज देश भुगत रहा है।
उन्होंने राज्य सांसद दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि धारा 370 पर बहस वाले दिन जानकारी होने के बाद भी वे देरी से सदन में पहुंचे और अब गैरजिम्मेदाराना रवैया अपना रहे हैं। लालवानी ने कहा की दिग्विजय सिंह जनता की नब्ज नहीं जानते हैं।