- पूर्व सांसद और राम जन्मभूमि न्यास के सदस्य डॉ. रामविलास वेदांती ने मंगलवार को खंडवा में दिया बयान
- जो ट्रस्ट बने वह सरकारी ना हो, ट्रस्ट में कोई पदेन सदस्य ना हो, जो शामिल हो वह व्यक्तिगत रूप से हो
Dainik Bhaskar
Dec 03, 2019, 07:29 PM ISTइंदौर/खंडवा. अयोध्या मामले में सुन्नी वक्फ बोर्ड समेत मुस्लिम पक्ष की ओर से जिरह करने वाले सीनियर वकील राजीव धवन के संबंध में पूर्व सांसद और राम जन्मभूमि न्यास के सदस्य डॉक्टर रामविलास वेदांती ने कहा है कि सुन्नी वक्फ बोर्ड को उन्हें मुकदमा प्रारंभ होने से पहले ही हटा देना चाहिए था, लेकिन राजीव धवन पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा किए जा रहे फंडिंग के दम पर बोर्ड में जमे रहे।
मंगलवार को खंडवा में मीडिया से चर्चा करते हुए वेदांती ने कहा कि राजीव धवन-सुन्नी वक्फ बाेर्ड काे भी आतंवादियों का पैसा देते थे। सब मिलकर षड्यंत्र कर रहे थे, इसे सुप्रीम काेर्ट के मुख्य न्यायधीशाें ने नकार दिया। 40 दिनाें के अंदर ये विश्व का ऐतिहासिक फैसला है जिसे सभी लाेगाें ने स्वीकार किया है।
उन्होंने कहा कि हमें विश्वास है तीन महीने में नया ट्रस्ट बनेगा। और विश्व का सबसे अच्छा, ऊंचा, भव्य और ऐतिहासिक राम मंदिर बनेगा। लेकिन इस बात का ख्याल रखा जाए कि जो ट्रस्ट बने वह सरकारी ट्रस्ट ना हो। ट्रस्ट में कोई पदेन सदस्य ना हो, जो भी शामिल हो वह व्यक्तिगत हो। ट्रस्ट में पदेन पद होने से भविष्य में तकरार की संभावना बनती है। ट्रस्ट में अमित शाह या मोदी रहें तो वह पदेन ना रहे बल्कि व्यक्तिगत रूप से रहें।