बीना। गुना से बैतूल की यात्रा कर रहे एक परिवार के दो बच्चे बीना स्टेशन पर छूट गए और उनके माता पिता ट्रेन क्रमांक 12722 दक्षिण एक्सप्रेस से बैठ कर बैतूल की ओर रवाना हो गए। प्लेटफार्म पर रो रहे बच्चों से आरपीएफ स्टाफ ने पूछताछ की तो उन्होंने घटना के बारे में जानकारी दी।
घटना की जानकारी लेने के बाद आरपीएफ स्टाफ ने मंडीबामोरा रेलवे स्टेशन पर डिप्टी एसएस को उक्त घटना के बारे में जानकारी देकर स्टेशन पर अनाउंसमेंट करवाया।अनाउंसमेंट सुन बच्चों के माता-पिता मंडीबामोरा में ही उतर गए और बीना लौट कर आरपीएफ पोस्ट पहुंचे। जहां स्टाफ ने दोनों बच्चों को सुपुर्द कर दिया।
आरपीएफ एसआई आनंद राम अहिरवार ने बताया कि वह बुधवार की सुबह एएसआई महेश सिंह रघुवंशी के साथ रेलवे स्टेशन का निरीक्षण कर रहे थे। तभी करीब सवा 8 बजे 2 बच्चे कौशिक पंडया 9 वर्ष एवं रूद्र पंडया उम्र 8 वर्ष उन्हें रोते हुए हालत में मिले।उनसे रोने का कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि उनके माता-पिता सदन एक्सप्रेस से चले गए और वह दोनों स्टेशन पर ही छूट गए । जिन्होंने परिवार से बिछड जाने की बात कही।
सामान अधिक होने के कारण बच्चे आगे चल रहे थे : जिसकी सूचना सुन पिता राजेश पंडया पिता महेश पंडया उम्र 40 वर्ष एवं मां ममता पंडया पति राजेश पंडया उम्र 30 चौकी पुरा पीएस बैतूल बाजार बैतूल ट्रेन से मंडीबामोरा रेलवे स्टेशन पर ही उतर गए। जो सीधे वापस बीना आकर आरपीएफ पोस्ट पहुंचे। जहां आरपीएफ ने ग्वाह कल्लू अहिरवार एवं राम सिंह रैकवार दोनों निवासी पूर्वी रेलवे कॉलोनी बीना के समक्ष दोनों बच्चों को माता-पिता को सुपुर्द कर दिया। पिता ने बताया कि सभी गुना से बैतूल की यात्रा कर रहे थे। ट्रेन के आने पर सामान अधिक था कुछ बैग बच्चे भी लिए हुए थे। जो आगे चल रहे थे। सामान को बोगी में रख कर ट्रेन पर चढ़े और बच्चे छूट गए।