सौरभ सालुंके उप शास्त्रीय गीत संगीत पेश करते हुए।
साथ लेकर चले तो कला पुरानी नहीं होती - अंजना राजन
58 वर्षीय नृत्यांगना अंजना राजन ने कहा- भरतनाट्यम में लोग ट्रेडिशन की तरफ जा रहे हैं। कला को आधुनिक रखें। कला को साथ लेकर चलें तो पुरानी नहीं होती। अंजना न रुकमणी देवी अरुंनडेल चेन्नई के सान्निध्य में नृत्य सीखा। वे 40 साल से नृत्य कर रही हैं। संस्कृत नाटककार पिता ललित मोहन थपलियाल गढ़वाल (उत्तराखंड) के साथ नाटक से शुरुआत बाद भरतनाट्यम सीखा।
शास्त्रीय संगीत के जानकार व श्रोता दोनों हैं अलग - सौरभ सालुंके
गायक सौरभ सालुंके ने कहा- शास्त्रीय संगीत का जानकार व श्रोता दोनों अलग ही होते हैं। बॉलीवुड के गीतों को हम सुनकर भी गा सकते हैं, लेकिन शास्त्रीय गायन व संगीत की शिक्षा गुरु से ही मिलती है। सालुंके ने मराठी फिल्म में मुल्सी पैटर्न पर आधारित आभाड़ा (आकाश) को लेकर गाया है। मराठी चैनल के बालू मामा चा नावाने चांगभल सीरियल में टाइटल ट्रेक भी दिया है।