28 जनवरी की शाम को अजनास रोड स्थित पुष्पदीप स्कूल खातेगांव के सामने पुनासा दामखेड़ा निवासी बंटी आदिवासी को एक बस ने दुर्घटना में घायल कर दिया था। उसी रास्ते से अजनास कथा सुनने जा रहे खातेगांव मंडी अध्यक्ष दिनेश यादव ने डॉयल 100 को सूचना दी पर कॉल व्यस्त आने से उन्होंने मित्रों के साथ स्वयं गाड़ी से घायल को सरकारी हॉस्पिटल खातेगांव में भर्ती कराया। यहां डॉक्टर मौजूद नहीं थे। सूचना देकर ड्यूटी डॉक्टर एके विश्वास को बुलाया। वे निवास पर किसी मरीज का प्राइवेट इलाज कर रहे थे। बड़ी मुश्किल से उठकर आए और घायल का इलाज ना करते हुए मोबाइल पर बात करने लगे। घायल को खून की उल्टी हो रही थी व नाक से खून बह रहा था। डॉ. विश्वास ने नर्स को बुलाकर बंटी को सिलाइन चढ़वा दी और कहा इसको हरदा रैफर करना पड़ेगा। इस पर यादव ने कहा प्राथमिक उपचार करिए ताकी ये हरदा पहुंच जाए। लेकिन डॉक्टर ने कहा आप मुझे नहीं सिखाओगे। इस पर ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. बघेल को बताया तो उन्होंने कहा मेरी ड्यूटी नहीं है। इलाज डॉ. विश्वास करेंगे। बाद में डॉ. बघेल आए और उन्होंने रैफर की बात करते हुए कहा यहां एक्सरे ऑपरेटर नहीं है। इस पर मंडी अध्यक्ष यादव की डॉक्टर से कहासुनी हो गई। घटना के बाद स्वास्थ्य केंद्र खातेगांव के डॉक्टरों व स्टाफ ने एसडीएम व थाना प्रभारी खातेगांव को यादव एवं उनके साथियों के खिलाफ ज्ञापन देकर कार्यवाही की मांग की थी। ज्ञापन में उन्हें असमाजिक तत्व कहा गया था। जब यादव के खिलाफ खातेगांव थाने में एफआईआर दर्ज नहीं हुई तो डॉक्टर्स लामबंद होकर देवास पहुंच गए। इसी बात को लेकर यादव और उसके साथियों ने बंद का आह्वान किया है।