चाेरी के अाराेपियाें ने पूछताछ में जाे राज उगले, उसके बाद पुलिस काे 60 साल पुराना कुअां खाली कराना पड़ गया। इस कुएं से 60 बैग व अन्य सामान बरामद हुअा है। दरअसल, धनतेरस के एक दिन पहले हटा रोड निवासी कमलेश राठौर के मकान से कैमरा, वीडियो मिक्सर, एलईडी आदि उपकरण चोरी हुए थे। कोतवाली पुलिस ने इस मामले में बुधवार को नितिन पहाड़ी, संजू जाटव, शिभम जाटव व एक अन्य बदमाश को पकड़ा। गैंग का सरगना नितिन पहाड़ी है। जिस पर जीआरपी थाने में 10 मामले अाैर कोतवाली में 4 मामले दर्ज हैं। पूछताछ में इन्हाेंने बताया कि ये ज्यादातर ट्रेनाें में चाेरी करते थे। गिराेह ट्रेन से चुराए यात्री बैग और सामग्री में से सोना-चांदी और नकदी निकालने के बाद बाकी चीजें हटा रोड पर एक खाली प्लाॅट पर बने कुएं में फेंक देता था।
पहले कांटा डाला : लगातार सामान निकला तो पम्प से निकाला पानी
दमाेह। कुएं से निकाले गए बैगाें में निकले कार्ड।
यह खुलासा हाेने के बाद गुरुवार काे पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पहले कुएं में कांटा डलवाया गया। जब लगातार सामग्री निकलती रही ताे पम्प चलाकर कुएं का पानी निकाला गया। दो घंटे में 60 से ज्यादा बैग, 4 एलईडी अाैर वीडियो मिक्सिंग मशीन कुएं से निकलीं।
बैगों में पत्थर और कोयला भरकर कुएं में फेंका: कुएं से निकलने वाले सभी बैगों में कपड़े, महिलाओं की मेकअप सामग्री, टिफिन बाॅक्स, दैनिक उपयोग की सामग्री थी। इसके अलावा पेन कार्ड, आधार कार्ड, एटीएम कार्ड और अंकसूचियां भी निकलीं। सभी बैगों में कोयला, पत्थर भी भरे थे। पुलिस अभी यह तय नहीं कर पा रही है कि चोर कब से कुएं में सामग्री फेंक रहे थे।
जीआरपी-आरपीएफ पर उठे सवाल
रेलवे स्टेशन से कुछ दूरी पर ट्रैक के समीप ही यह कुआं है। एक तलैया भी है, जिसमें बैग आदि बड़ी मात्रा में निकल रहे हैं। रेलवे स्टेशन से रवाना होने वाली ट्रेनों और पहुंचने वाली ट्रेनों से यात्रियों के बैग चोरी किए गए और चोर बैगों से ज्वेलरी और रुपए आदि निकालकर बैगों को कुएं में सालों से फेंकते रहे। इनकी रिपोर्ट भी दर्ज हुईं, लेकिन रेलवे पुलिस की निष्क्रियता और जांच में कमी के चलते चोर गिरोह के हौसले बुलंद हैं।