हादसे के बाद मक्सी में ट्रक के कैबिन में फंसा ड्राइवर।
बुधवार रात में मक्सी में हुआ हादसा, कंटेनर दूसरी लाइन में जाकर पलटा
भास्कर संवददाता | मक्सी
मक्सी बायपास पर बुधवार देर रात इंदौर से आ रहा कंटेनर रांग साइड से सामने आ रहे वाहन को बचाने के चक्कर में दूसरी लाइन में जाकर पलट गया। जलालपुरा मोड़ पर कंटेनर दोनों लाइन के बीच खंती में पलटा। इससे कंटेनर का ड्राइवर कैबिन में बुरी तरह फंस गया। ड्राइवर की सांसें चलते देख आसपास के लोग और डायल 100 के जवान मदद के लिए मौके पर पहुंचे। ड्राइवर को बाहर निकालने के लिए एम्बुलेंस 108 के ईएमटी मोहन बामनिया और पायलेट अशोक मालवीय ने पेनकिलर इंजेक्शन लगाकर शांत किया तब कहीं पौने दो घंटे में स्टेयरिंग और सीट काट कर उसे निकाला गया।
हादसे की खबर जैसे ही शहरवासियों को लगी तो मदद के लिए रात 10 बजे गैस कटर और ग्राइंडिंग मशीन लेकर मौके पर मक्सी पुलिस से पहले पहुंच गए। गैस कटर लेकर आए शहर के दो युवा सोनू और बबलू ने अपनी सूझबूझ से केबिन को रस्से से बंधवाकर उसे क्रेन से खिंचवाया। चालक इतना गंभीर था कि वह नाम-पता तक नहीं बता पाया। शाजापुर जिला अस्पताल के डॉ. यशवंत परमार के अनुसार घायल रघुवीर सिंह शास्त्री के दोनों पैरों में सूजन थी। उसे इंदौर रैफर कर दिया गया। कंटेनर में भंगार था। हादसे के बाद वाहनों की कतार लग गई। मक्सी पुलिस ने जाम खुलवाया।
ये हैं सिटी हीरो : क्रेन ने केबिन खींचा तो ड्राइवर निकला युवकों ने
गैस कटिंग मशीन से लोहा काटने का काम करने वाले बबलू ने बताया रात 11 बजे के लगभग हादसे की सूचना मिली थी और ये भी पता चला कि ड्राइवर कैबिन में फंसा हुआ है तो मैंने अपनी गैस कटर मशीन भी साथ ले ली ताकि कैबिन को गैस कटर से काटकर ड्राइवर को बचाया जा सके लेकिन वहां पहुंचने पर पता चला कि कंटेनर से डीजल ओर आयल का रिसाव हो रहा है। गैस कटर से आग लगने का डर था। अपने दोस्त सोनू खान और मैंने क्रेन से कैबिन का एक हिस्सा बंधवाकर उसे धीरे धीरे खींचने को कहा ताकि ड्राइवर के पैर निकाले जा सके। क्रेन ने जैसे ही कैबिन के हिस्से को खींचा ड्राइवर को ऊपर खींच कर निकाल लिया। (जैसा बबलू, सोनू ने भास्कर को बताया)
बबलू।
ड्राइवर को निकालने के लिए लोगों ने क्रेन की मदद ली।
सोेनू शेख।
एक ही लाइन पर चल रहा वाहनों का आवागमन
बुधवार रात हुए हादसे में फोरलेन निर्माता कंपनी की बड़ी लापरवाही सामने आई है। एक मई को शुरू हुए मक्सी बायपास पर बना रेलवे ओवरब्रिज पहली ही बारिश में क्षतिग्रस्त हो गया था। इसके पुनः निर्माण के चलते बायपास पर एक माह के ज्यादा समय से एक ही लाइन से वाहन निकल रहे हैं। इस वजह से इंदौर की ओर से फोरलेन पर तेज गति से आने वाले वाहनों को रात के अंधेरे में शाजापुर से आने वाले वाहन दिखाई नहीं देते। बुधवार रात को भी यही वजह हादसे का कारण बनी।